विश्व गौरेैया दिवस पर उसके संरक्षण व संवर्धन पर दिया गया बल
रिपोर्ट : धीरज सिंह
बलिया : प्रतिकूल परिवेष के कारण गौरैयों की संख्या में नित गिरावट से उनके सरक्षण व संवर्धन के निमित्त अगरसण्डा स्थित सनबीम स्कूल में बच्चों द्वारा विष्व गौरैया दिवस मनाया गया। मुख्य अतिथि जिला वन अधिकारी श्रीमती श्रद्धा यादव (आई0एफ0एस0) थीं। उन्होंने रेडियेषन, षोर, आधुनिक इमारतों व प्रतिकूल परिस्थितियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। कार्यक्रम के दौरान संस्कृति सिंह, अनुपम मिश्रा, उत्कर्ष पाण्डेय आदि छात्रों ने मुख्य अतिथि से गौरैया के संरक्षण पर प्रष्न किये व सुझाव मांगे। श्रीमती यादव ने एक-एक करके सभी बच्चों को संतोषजनक जवाब दिया। उन्होंने विद्यालय द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में विजेता बच्चों को प्रषस्ति पत्र से सम्मानित किया। बच्चों को विद्यालय द्वारा कृत्रिम गौरैया आवास भी दिया गया। बच्चों ने गौरैया पर आधारित हिन्दी व अंग्रेजी रचना से सभी का मन मोह लिया। जबकि प्रातः असेम्बली में विद्यालय के षिक्षक डाॅ0 नवचन्द्र तिवारी द्वारा रचित कविता ‘लगे कितनी सुंदर गौरैया’ सुनाया गया।
विद्यालय के निदेषक डाॅ0 कुँवर अरूण सिंह ने गौरैया के संरक्षण हेतु बच्चों को जागरूक करते हुए बताया कि गौरैया ही एकमात्र पक्षी है जो वर्ष में दो बार अंडे देती है। अतः हम सबका कर्तव्य है कि इन्हें हम संरक्षण दें। प्रधानाचार्या श्रीमती सीमा ने गौरैया को अनुकूल माहौल देने हेतु बच्चों को आवष्यक टिप्स भी बताया।
विद्यालय के निदेषक व प्रधानाचार्या ने मुख्य अतिथि का स्वागत पुश्प गुच्छ व स्मृति चिह््न देकर किया। मुख्य अतिथि ने अगले दिन आयोजित वन विहार स्थित अंतर्राष्ट्रीय वन्य दिवस पर बच्चों को आमंत्रित भी किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की छात्रा हर्षिता ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में षिक्षकगणों व कर्मचारियों का सहयोग सराहनीय रहा।
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