हाईकोर्ट से सजा खत्म होने के बाद जेल से बाहर निकलते ही मुकेश तिवारी का हुआ अभूतपूर्व स्वागत
रेवती (बलिया) 14 साल से हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहें रेवती कस्बा के वार्ड नं 14 निवासी मुकेश तिवारी के उम्र कैद की सजा को हाईकोर्ट द्वारा खत्म किये जाने के बाद गत शनिवार की देर सायं 7 बजे जिला जेल से रिहा होते ही मौके पर उपस्थित नगर के समाजसेवी अभियान तिवारी, रानू पाठक, सपा नेता पप्पू पांडेय, मांडलू सिंह, राणा प्रताप यादव दाढ़ी, शंभूकान्त तिवारी, झाबर पांडेय आदि द्वारा जेल से बाहर निकलते ही माल्यार्पण कर स्वागत किया गया । आधा दर्जन गाडिय़ों के काफिले के साथ गांव घर पहुंचने से पूर्व गायघाट स्थित मां पचरूखा देवी का दर्शन पूजन कर घर पहुंचे जहां पुनः गाजा बाजा के साथ परिजनों संग मुहल्ले के लोगों ने अभूतपूर्व स्वागत किया । पिता रामप्रवेश तिवारी व माता राजबढंती देवी खुशी के मारे रो पड़ी। माता पिता का आशीर्वाद लेने के बाद पूरे मुहल्ले के लोगो का आशीर्वाद लिया। माता ने राजभढंती देवी ने मुकेश को मिष्ठान खिला कर आशीर्वाद दिया। पत्नी लक्ष्मी देवी को एक नया जीवन मिल गया। पति का चेहरा सामने पड़ते ही चरण स्पर्श कर उसकी आंखो से खुशी से आंसुओ की धारा बहने लगी। पुत्री परी पापा पापा कह कर उनके गोदी में चढ़ गई । भाई सुशील तिवारी की खुशी देखते बनती थी।
जेल से आने के बाद मुकेश तिवारी ने बताया कि जेल में रहते हुए माता , पिता , पत्नी व बच्चे की सदैव चिन्ता बनी रहती थी। जेल से बाहर निकलने पर कुछ रूपया वगैरह नही लिया हू। ईश्वर न करे किसी निर्दोष को जेल जाना पड़े ।
बताते चले कि सन 2007 में नगर के वार्ड नं 3 निवासी प्रताप शंकर मिश्र उर्फ भोंदू मिश्र की जमीनी विवाद में हुई ह्त्या के आरोप में मुकेश तिवारी को आजीवन कारावास की सजा हुई थी । उनके साथ नगर के वार्ड नं तीन के ही दो अन्य आरोपी इन्दजीत मिश्र व संजीव मिश्र जो पहले से जमानत पर थे। ह्त्या के बाद प्रताप शंकर की पत्नी मनोरम देवी ने मुकेश तिवारी सहित इन्द्रजीत मिश्र व संजीव मिश्र को आरोपित किया था।
पुनीत केशरी
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