6 वर्षीय बालक के दिल में है छेद, कोरोना के चलते तीन पुत्रियों का पिता एक मात्र पुत्र के ईलाज के लिए है लाचार
रेवती (बलिया ) स्थानीय विकास खंड के भैसहां ग्राम पंचायत के मरौटी गांव निवासी लालमोहर यादव के छः वर्षीय पुत्र विशाल के दिल में जन्मजात छेद है। विशाल से छोटे तीन बच्चियाँ भी है। शिवपुर दतहां का मूल निवासी सरयू के कटान से विस्थापित हो यहां मरौटी में स्थाई रूप से मड़ई / प्लानी के घर में गुजर बसर कर रहा है। एकवमात्र पुत्र विशाल के जन्म के एक साल बाद लालमोहर को बच्चे के दिल में छेद होने का पता चला । 2017 में बीएचयू मे लगातार दो वर्ष ईलाज के बाद बच्चे को कुछ राहत महसूस हुआ । लगभग ढ़ाई लाख ईलाज में खर्च के बाद 60 हजार रूपये का लालमोहर यादव कर्जदार भी हो गया । इस बीच पिछले साल से कोरोना के चलते बाहर मजदूरी का कार्य बंद होने से गांव पर ही इधर उधर मजदूरी से परिवार का काम चल रहा है । सरकारी सहायता के नाम पर सरकारी आवास व शौचालय से भी यह परिवार वंचित है । इधर सूदूर प्रदेश में कोरोना से काम धंधा क्या बंद हुआ परिवार के भरण पोषण के साथ गंभीर रोग होने पर अब पीड़ित परिवार ईलाज के नाम पर कर्जदार भी भी हो गया है । अब यक्ष प्रश्न यह है कि मजदूरी करने वाला व्यक्ति परिवार का भरण पोषण करे या कर्ज भरे । बच्चे के ईलाज कराने में असमर्थ , विवश व लाचार एक पिता सरकार व समाजसेवी संगठन से मदद की आस लगाये हुए है।
पुनीत केशरी
No comments