नियत समय पर नही हो सकी खरीददारी, केन्द्रों पर किसान लाचार, ट्रैक्टर टालियों की लगी कतार
रतसर (बलिया) शासन द्वारा गेहूं खरीद के अंतिम दिन स्थानीय विपणन कार्यालय के क्रय केंद्र पर दोपहर 12 बजे तक 100 कुंटल से अधिक की खरीददारी हो चुकी थी। जबकि दर्जनों किसान अपनी तौल का इंतजार करते दिखे। क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने आये अमडरिया निवासी किसान निशानी राम सहित कई अन्य किसानों की शिकायत रही कि गेहूं तौल में पारदर्शिता नहीं है। उन्होंने बताया कि उन्हे 22 मई को टोकन मिला था और18 जून को गेहू खरीद की तिथि मिली थी । वे नियत तिथि से गेहूं लेकर केंद्र पर बैठे है लेकिन उनका तौल नही हो रहा है। इसके पीछे उन्होंने एक किसान संगठन पर दोष मढ़ा और कहा कि उक्त किसान संगठन द्वारा कुछ किसानों को सूचीबद्ध कर कथित रुप से एसडीएम से यह आदेश कराया गया है कि संगठन द्वारा सूचीबद्ध किसानों का ही गेहूं तौल होगा। जबकि उक्त सूची में उनका नाम नही है। उनका सवाल था कि अगर किसी संगठन द्वारा उपलब्ध कराये गये किसान सूची पर शासन गेहूं की खरीद करेगा तो हम जैसे किसान कहां जायेंगे जिनका खरीद का टोकन विभाग ने दिया है और गेहूं खरीद की तारीख भी मुकर्रर की है। वही साधन सहकारी समिति नूरपुर पर 15 जून से ही पोर्टल बन्द होने के कारण तीन दर्जन किसानों का हजारों कुन्तल गेहूं की खरीददारी नही हो सकी। जनऊपुर के किसान प्रेमनारायन पाण्डेय ने बताया कि अगर अन्य क्रय केन्द्रों पर गेहूं की खरीददारी के लिए शासन ने पोर्टल चालू किया है तो यहां पर भी शुरू कर देना चाहिए। उन्होनें बताया कि अप्रैल में टोकन जारी हुआ था और 6 मई को गेहूं की खरीद की तिथि मिली थी। समय से केन्द्र पर पहुंचने के बाद भी खरीददारी नही हो सकी। बीएसएस के प्रदेश सचिव राजेश मिश्र ने सरकार से मांग किया है कि खरीददारी का समय सीमा बढाया जाए ताकि जो किसान गेहूं बेचने से वंचित है उसकी खरीददारी हो सके। इस संबंध में केंद्र प्रभारी विपणन निरीक्षक रमेश चंद्र यादव ने बताया कि प्रतिदिन किसानों के गेहूं की खरीददारी शासन द्वारा जारी गाइड लाइन के साथ हुआ है । अगर शासन स्तर से खरीददारी की समय सीमा बढ़ती है तो खरीदारी सुचारू रहेगी ।
रिपोर्ट :धनेश पाण्डेय
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