टीबी मरीजों की हो रही जियो टैगिंग, दर्ज हो रही लोकेशन
रिपोर्ट : धीरज सिंह
- अभियान में लगे 23 स्वास्थ्यकर्मी
- जिले के 2300 से अधिक मरीजों की हो चुकी है टैगिंग
बलिया : केंद्र सरकार का संकल्प वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाना है | इसी को लेकर निरंतर नए-नए प्रयास किये जा रहे हैं | इसी क्रम में जिले में कोरोना काल में भी टीबी मरीजों की तलाश जारी है । अब विभाग ने टीबी मरीजों की जियो टैंगिग शुरू कर दी है । इस कार्य के लिए स्वास्थ्य कर्मी टीबी मरीजों के घर जाकर उनकी लोकेशन निक्षय पोर्टल पर दर्ज कर रहे हैं । जियो टैंगिंग में 23 स्वास्थ्य कर्मी लगाए गए हैं । यह जानकारी जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ आनन्द कुमार ने दी ।
डॉ. आनंद ने बताया कि शासन स्तर से वर्ष 2019, 2020 तथा 2021 के निजी एवं सरकारी क्षेत्र के सभी क्षय रोगियों की जियो टैगिंग करते हुए उनका लोकेशन अपडेट करने का निर्देश प्राप्त हुआ है।उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में 4134, वर्ष 2020 में 3357 तथा वर्ष 2021 में 1597 टीबी रोगी पंजीकृत किए जा चुके हैं, जिसके क्रम में जियो टैगिंग का काम शुरू कर दिया गया है । यह काम 10 जुलाई तक चलेगा । उन्होंने बताया कि जियो टैगिंग से पता चल जाएगा कि किस क्षेत्र या गांव में टीबी रोगियों की सघनता ज्यादा है, ताकि टीबी रोगी खोजी अभियान के दौरान उस क्षेत्र को विशेष फोकस किया जा सके।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि टीबी मरीजों के जियो टैगिंग में सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर (एसटीएस) तथा टीबी स्वास्थ्य परिदर्शक (टीबीएचवी) लगाए गए हैं ।
टीबी मरीजों का वर्षवार विवरण:-
वर्ष सरकारी अस्पताल निजी
2019 3427 707
2020 2642 715
2021 1316 281
डॉ आनंद कुमार ने बताया कि करीब 2300 टीबी रोगियों की जियो टैगिंग हो चुकी है। सभी के लोकेशन निक्षय पोर्टल पर दर्ज कर लिया गया है।
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