बाल क्रीडकोऺ के उत्साह प्रदर्शन से खिला सनबीम का आंगन
By: Dhiraj Singh
बलिया: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कल दिनांक 5जुलाई से स्टेडियम, जिम (व्यायामशाला) को कोविड के नियमों के तहत खोलने का आदेश जारी किया गया। जिसके बाद बलिया स्थित सनबीम स्कूल अगरसंडा ने अपने विद्यार्थियों के लिए विद्यालय प्रांगण में कुछ विशेष खेल जिसकी सुविधा विद्यालय में उपलब्ध है जैसे बास्केटबाल, खो खो, चेस, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, स्केटिंग, थ्रो बॉल आदि का प्रशिक्षण योग्य प्रशिक्षकों द्वारा देने का निर्णय लिया गया है। विद्यालय परिवार ने सदैव क्रीड़ा को सर्वांगीण विकास का आधार माना है तथा अपने विद्यार्थियों को खेल के प्रति प्रेरित करने हेतु हर संभव प्रयास किया है जिसका परिणाम भी सदैव सराहनीय रहा है। ज्ञात हो कि बलिया नगर में एकमात्र स्टेडियम है तथा नगर के लगभग सभी कालोनियों के पार्क जलमग्न है। बच्चे भी विगत डेढ़ वर्षो से वैश्विक महामारी के कारण अपने घरों में कैद है एवम ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस माध्यम से उनकी शिक्षा तो जारी है लेकिन इसका दुष्प्रभाव उनके शरीर और मस्तिष्क पर पड़ रहा है। बच्चो की आंखे, रीढ़ की हड्डी, मांसपेशियां बहुत ही कमजोर हो गई हैं जिसके फलस्वरूप वे अवसादग्रस्त होते जा रहे हैं।इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए तथा सरकार द्वारा जारी कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए विद्यालय प्रबंधन ने सायं 4से6बजे तक विद्यालय प्रांगण में विशेष प्रशिक्षण का आयोजन किया है। इस आयोजन में प्रतिभाग करने वाले छात्रों के अभिभावकों से विद्यालय द्वारा लिखित अनुमति ली गई है।इस क्रीड़ा कार्यक्रम के प्रथम दिन ही करीब 160बच्चों ने उत्साह के साथ भाग लेकर प्रशिक्षण प्राप्त किया।उनके इस उत्साह से खेल के प्रति उनका लगाव स्पष्ट दिखाई दिया।
ज्ञात हो कि इस आयोजन के साथ - साथ विद्यालय परिवार ने टोक्यो में आयोजित होने जा रहे ओलंपिक खेल में भारतीय खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन हेतु - *चियर फॉर इंडिया* कैंपेन का भी आयोजन किया है। इस आयोजन में भाग लेने वाले छात्रों की सुविधा हेतु विद्यालय से वाहन की भी व्यवस्था की गई है।इस आयोजन में भाग लेने वाले छात्रों का विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री संजय कुमार पांडेय तथा सचिव श्री अरूण कुमार सिंह ने स्वागत करते हुए उन्हें स्वस्थ रहने के गुर बताए । विद्यालय के निदेशक डॉ कुंवर अरूण सिंह ने कहा कि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मस्तिस्क का विकास होता है जिसमे खेल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।इसलिए यह आयोजन छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए किया गया है। प्रधानाचार्य श्रीमती सीमा ने प्रांगण में विद्यार्थियों को देखकर अत्यंत हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चे न केवल घर अपितु विद्यालय का भी रौनक है तथा इस आयोजन में विद्यार्थियों पर संपूर्ण ध्यान दिया जाएगा।
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