राष्ट्रीयकृत बैंक के अभाव में लाभ से वंचित है न्याय पंचायत जनऊपुर सहित दर्जनों गांव के वांशिंदे
रतसर (बलिया ) विकास खण्ड गड़वार क्षेत्र के न्याय पंचायत जनऊपुर सहित आसपास के दर्जनभर से अधिक गांवों के ग्रामीणों ने क्षेत्र में राष्ट्रीयकृत बैंक की शाखा खुलवाने की मांग शासन से की है। लोगों की शिकायत है कि क्षेत्र में राष्ट्रीयकृत बैंक की शाखा न होने से बैंकिंग कार्य के लिए ग्रामीणों को 15 किमी की दूरी तय कर जिला मुख्यालय जाना पड़ता है। अधिकतर ग्रामीणों ने प्रधानमन्त्री की डिजिटल इन्डिया के तहत जनधन योजना का खाता तो खुलवा लिया लेकिन खाता संचालन न होने के कारण बन्द है। ग्रामीणों की शिकायत है कि निकट बैंक की शाखा न होने के कारण सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है। इस सम्बन्ध में जनऊपुर निवासी डा०राम चन्द्र पाण्डेय ने बताया कि पैरालिसिस होने के कारण पेंशन के लिए हर माह आठ किमी दूरी तय करके बैंक तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। स्नातक की छात्रा समीक्षा पाण्डेय ने बताया कि पांच किमी दूर गांव से बैंक की शाखा है जिसमें मैने छात्रवृति के लिए खाता खुलवाया है। बैंक की शाखा दूर होने के कारण बिना अभिभावक के बैंक नही जा पाते। 90 वर्षीय बुजुर्ग किसान पं०सिद्धनाथ पाण्डेय ने कहा कि मामूली लेनदेन के लिए भी आठ से दस किमी दूर बैंक की शाखा में जाने पर पूरे दिन का समय जाया हो जाता है। वर्षो से क्षेत्र में बैंक की शाखा खोलने की मांग की जा रही है लेकिन अब तक क्षेत्र में कोई राष्ट्रीयकृत बैंक की शाखा न खुलने से ग्रामीणों को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने सरकार से राष्ट्रीयकृत बैक की शाखा खुलवाने की मांग की है।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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