48 घंटे में पुलिस ने विक्की राय की हत्या का किया खुलासा, अभियुक्त गिरफ्तार
रेवती (बलिया ) स्थानीय कस्बा निवासी 27 वर्षीय विक्की राय हत्याकांड का मंगलवार के दिन खुलासा करते हुए पुलिस ने नगर के ही निवासी मंजय गोड़ को गिरफ्तार कर छिपा कर रखे गए मर्डर वैपन (दाव) बरामद कर लिया।सोमवार की देर सायं रेवती पहुंचे एसपी राज करण नैय्यर ने भी मृतक के परिजनो से शीघ्र खुलासा करने का भरोसा दिया था।
एसएचओ रामायण सिंह ने बताया कि विक्की और मंजय के बीच घनिष्ट दोस्ती थी। विक्की मंजय के घर प्रायः आता जाता था। उसे कुछ शक होने पर उसने विक्की को घर आने से मना भी किया था । पुलिस के अनुसार घटना की रात खिचड़ी भोज के बाद दोनो ने गुदरी बाजार में अंजय के दुकान के समीप शराब पिया। फिर मंजय अपनी गलैम्बर बाईक UP 60 k - 0599 पर विक्की को लेकर सहतवार की तरफ चला गया । सहतवार थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव जाने वाले संपर्क के पास मंजय ने विक्की को पुनः शराब पिलाई तथा अधिक नशा में जानकर अपने साथ लाये दाव से मंजय ने विक्की के सर पर प्रहार कर दिया। उसके बाद वह भागने न पाये उसके घुटने पर वार किया तथा उसे मरा समझ कर पुनः वहा से फरार हो गया । घटना को दुर्घटना साबित करने के लिए उसने अपनी बाईक की हेड लाईट भी तोड़ कर , बाईक को भी क्षतिग्रस्त कर दिया । रविवार की सुबह त्रिकालपुर में शौच को गई महिलाओं ने वहां घायल व्यक्ति को देख शोर मचाया । सुबह दौड़ लगा रहे युवको ने घायल विक्की को एक खाली जा रही प्राईवेट एम्बुलेंस से सीएचसी रेवती पर भर्ती करा कर चले गये । जहां उपचार के दौरान विक्की ने दम तोड़ दिया। पुलिस जांच के दौरान सीएचसी रेवती पर लगे फुटेज कैमरे से एम्बुलेंस व युवको की पहचान के बाद घटना के तह तक पहुंच गई । पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे दाव से हत्या किये जाने की पुष्टि होते ही पुलिस ने 302 के तहत प्राथमिक दर्ज कर मामले की खुलासा मे जुट गई ।
मंगलवार की सुबह साढ़े दस बजे मुखबिर की सूचना पर अपनी बाईक की मरम्मत कराकर सहतवार से पचरूखा गांव रिश्तेदारी में छिपने आ रहे मंजय को पुलिस ने बाईक सहित पचरूखा देवी मंदिर के समीप से गिरफ्तार कर लिया । उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त दाव घटना स्थल के समीप से पुलिस ने बरामद कर लिया । गिरफ्तार करने वाले पुलिस टीम में एस एच ओ रामायण सिंह, एस आई अमित सिंह, अजय यादव आदि शामिल रहे । गिरफ्तार अभियुक्त को पुलिस ने 302 तथा 25/4 के तहत मंगलवार को जेल भेज दिया ।
पुनीत केशरी
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