कथा श्रवण से होती है पुण्य की प्राप्ति- अरविंद द्विवेदी
रेवती(बलिया ) नगर के बस स्टैण्ड स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर प्रांगण में चल रहे नौ दिवसीय श्रीराम चरित मानस नवाह परायण महायज्ञ के दूसरे दिन चित्रकूट से पधारी साध्वी एवं मानस कोकिला पूनम दास ने कहा कि हर मनुष्य को अपना कर्म फल प्राप्त होता है।ब्रम्ह ऋषि पूर्व जन्म में विधवा दासी पुत्र थे।अपने कर्म फल की बदौलत अगले जन्म में ब्रम्हा के पुत्र हुए तथा उन्हें भगवान की अटूट भक्ति प्राप्त हुई।
गोपालगंज बिहार से पधारे मानस मर्मज्ञ पं अरविन्द द्विवेदी ने कहा कि मन,कर्म,वचन से एकाग्र होकर भगवन कथा श्रवण करने से निश्चित ही पुण्य फल प्राप्त होता है। कहा कि अन्य युगों में जो कठिन जप,तप,योग,साधना से जो पुण्य प्राप्त नहीं होता था। वह कलिकाल में भगवान का कीर्तन करने से सहज ही प्राप्त हो जाता है। पं सुनील शास्त्री ने कहा कि राजा परीक्षित कलियुग के कर्मो से क्रुद्ध होकर जब कलियुग का वध करने के लिए तलवार उठाया। तब कलयुगी ने परीक्षित से कहा कि मुझमें सारे दुर्गुण है लेकिन कुछ सद्गुण भी है।मेरे काल में भगवान का संकीर्तन मात्र से मनुष्य को सद्गति प्राप्त होगा।
इससे पूर्व केसरवानी वैश्य सभा के नगर अध्यक्ष सुनील केशरी, उपाध्यक्ष पप्पू केशरी,अशोक केशरी,अनिल केशरी, शंकर जी केशरी ,दीपक केशरी,पंकज केशरी , सूरज केशरी आदि ने कथा वाचकों सहित मंचस्थ कलाकारों का माल्यार्पण एवमं अंगवस्त्रम से अलग अलग स्वागत किया। विजय बवाली के भजन पर श्रद्धालु भक्ति सागर में गोता लगाते रहे। इस दौरान मौके पर आयोजन समिति के पुष्पराज तिवारी , भोला ओझा, सुरेन्द्र पांडेय, सुनील शाह आदि मौजूद रहे ।
पुनीत केशरी
No comments