मॉ ने सपने में दिया दरश और आईसीयू से बाहर निकल गई महिला
बलिया। बच्चेदानी के आपरेशन के दौरान हालत बिगड़ने और आईसीयू जाने के बाद एक विवाहिता की जिंदगी पकड़ी के काली मॉ के आशिर्वाद से बच गई। बकौल विवाहिता, जब वह मरणासन्न अवस्था में थी तब मॉ काली उसके सपने में आई और कहा कि तुम्हे कुछ नहीं होगा। तुम पहले से मेरे दरबार में हाजिरी लगाती रही हो और फिर मेरे दरबार में आना। दूसरे शब्दों में कहे तो अतिशोयक्ति नहीं होगी कि पकड़ी धाम स्थित माँ काली के दरबार में हाजिरी लगाने मात्र से उजियार भरौली निवासी रचिता राय की जिंदगी आबाद हो गई। हालांकि डाक्टरों ने उसके इलाज में असमर्थता जताई, जिससे वह निराश थी,लेकिन मां काली के प्रसाद और पुजारी रामबदन भगत द्वारा दी गई जड़ी बूटियों से बच्चेदानी की बीमारी ठीक हो गई।
अपनी व्यथा सुनाते हुए रचिता राय पत्नी राजू राय बताती हैं कि अचानक उसके पेट में दर्द हुआ। शुरुआती दिनों में तो उन्होंने इसे हल्के में लिया और पहले इलाकाई फिर जिला अस्पताल के डॉक्टरों से उपचार कराया, लेकिन बीमारी ठीक होने की बजाए लगातार बढ़ती जा रही थी, जिससे उसकी जिंदगी अंधकार में हो चली थी।
डेस्क
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