यूक्रेन से लौटे छात्र ने अपने शुभचिंतकों के समक्ष सुनाया दर्द - नम हुई आंखें
मनियर /बलिया । यूक्रेन के खारगीव से 1मार्च को अपने वतन को चला छात्र मंगवार को मनियर के रामपुर दक्षिणी पहुंचे एमबीबीएस का छात्र रवि प्रसाद गुप्ता ने अपने नम आंखों से आपबीती सुनाई तो आसपास के जुटे लोगो के गले रौध गए।
बताया जाता है मनियर के दक्षिण रामपुर निवासी चन्द्रभान गुप्ता का पुत्र रवि प्रसाद गुप्ता यूक्रेन के खारगीव में रहकर चार साल से एमबीबीएस की तैयारी कर रहा था इसी बीच रूस व यूक्रेन के बीच छीडी जंग मे साथियो संग छात्रावास मे घीर गया था । छात्र रवि प्रसाद गुप्ता ने आठ दिन की यात्रा तयकर जब मंगलवार को अपने पैतृक गांव रामपुर पहुंचा तो दरवाजे पर अपने पिता को देख कर खुशी व ग़म के आंसू निकल पड़े। छात्र रवि ने अपने पिता चन्द्रभान गुप्ता को पैर छुआ तो पिता गले लगा लिया। रवि ने बताया कि 1 मार्च को जब हास्टल के चारों तरफ बमबारी की आवाज गूंज रही थी तो हम सभी कुछ छात्रों ने यह ठाना कि अब हर हाल में यहां से भागने में ही भलाई है।1मार्च को महाशिवरात्री का पर्व होने से हम लोगो ने ठान लिया कि भोले बाबा अब रक्षा करना उसी समय बचे खुचे खाने का समान लेकर करीब 9 किमी पैदल यात्रा कर खारकीव रेलवे स्टेशन पहुंचे। वहां से ट्रेन पकड़ बार्डर पहुंचे वहां भारतीय जहाज से दिल्ली पहुंचे। पैर डैमेज होने के कारण वहां दो तीन दिन आराम करने के बाद आज पैतृक गांव पहुंचे हैं।
रिपोर्ट -राममिलन तिवारी
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