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लोगों में अलख जगायें, कालाजार को दूर भगायें - कालाजार प्रभावित ब्लॉकों में हो रहा है, आईआरएस का छिड़काव


 

- वर्तमान में 2 ब्लॉकों क्रमशः पंदह और बांसडीह में किया जा रहा है छिड़काव

बलिया 15 मार्च 2022 

जिले में कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत संक्रामक रोग कालाजार को दूर भगाने के लिए जिले में कालाजार रोधी सिंथेटिक पायराथ्राईड का  छिडकाव 10 मार्च से किया जा रहा है।  इस कार्यकम के तहत कालाजार को दूर भगाने के लिए ग्रामीण इलाकों के मिट्टी के घरों में पनपने वाली सफेद मक्खी जिसे बालू मक्खी के नाम से भी जाना जाता है, को खत्म करने के लिए कालाजार प्रभावित ब्लॉकों  में आईआरएस का छिड़काव कराया जा रहा है। 

जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव ने बताया कि जनपद में जनवरी 2021 से अब तक कालाजार के 27 रोगी पाए गये हैं। जिसमें 15 वीएल ( बुखार वाला कालाजार के) और 12 पीकेडीएल  (चमड़े वाला कालाजार) के मरीज हैं। कालाजार एक जानलेवा रोग है जो कि बालू मक्खी के काटने से फैलता है और अक्सर यह ग्रामीण क्षेत्रों में मकान की दरारों में पायी जाती है| इससे बचाव के लिए घर के आस-पास साफ़-सफाई का ध्यान रखकर एवं मच्छरदानी का प्रयोग कर इस रोग से बचा जा सकता है| 

उन्होने बताया कि किसी व्यक्ति को 15 दिन से अधिक बुखार आना, भूंख नहीं  लगना, रोगी में खून की कमी, रोगी का वजन घटना, रोगी की त्वचा का रंग काला होना आदि कालाजार के लक्षण हो सकते हैं। वहीं इसका सबसे मुख्य लक्षण त्वचा पर धब्बा बनना है| यदि किसी व्यक्ति में उपयुक्त लक्षण पाया गया हो तो तत्काल अपने नजदीक के प्रा०स्वा० केन्द्र पर जांच करायें तथा जिला चिकित्सालय पर इसका ईलाज नि:शुल्क किया जा रहा है| छिडकाव का कार्य जनपद के 11 ब्लॉकों के 44 गावों में किया  जाना है। वर्तमान में 2 ब्लॉकों में छिड़काव  किया जा रहा है। यह ब्लॉक है- पंदह और बांसडीह।

उन्होंने बताया कि यह बीमारी एक बार ठीक होने से लापरवाही न करें क्योंकि यह बीमारी एक बार ठीक होने पर दोबारा से शुरू हो सकती है इसलिए चिकित्सक की सलाह बेहद जरूरी है। और सतर्क रहने की जरूरत है।

क्या करे:

1 घर के आस-पास साफ सफाई का ध्यान रखें।

2 मच्छरदानी का नियमित प्रयोग करें।

3 पूरी बांह वाली कमीज और पैंट पहने

4 दरवाजे व खिड़कियों पर जाली लगवाएं

बुखार होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं और चिकित्सकों की सलाह के अनुसार ही अपना उपचार करें

क्या न करे:-

1 बीमारी एक बार ठीक होने से लापरवाही ना करें क्योकि यह बीमारी एक बार ठीक होने पर दोबारा से शुरू हो सकती है इसलिए चिकित्सक की सलाह लेते रहें


रिपोर्ट त्रयंबक नारायण देव गांधी

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