जब जलेबी खाते ही ठीक हुईं सुगर की बीमारी
बलिया। इसे चमत्कार कहें या मां काली की कृपा, लेकिन हैं हकीकत। अब तक इसके सैकड़ों लोग गवाह भी हैं, जिन्होंने केवल जलेबी खाकर ना सिर्फ शुगर को मात दी है बल्कि दूसरे रोगियों के लिए नजीर भी बन गए है। हालांकि इसमें पकड़ी धाम स्थित काली मंदिर के पुजारी रामबदन भगत की भूमिका भी खास है, जिनके द्वारा दी गई जड़ी बूटियों के सेवन ने शुगर की बीमारी ठीक हो गई।
अपनी व्यथा सुनाते नरही थाना क्षेत्र के सुर ही गाँव निवासी चंद्र भूषण ओझा बताते हैं कि लंबे समय वे शुगर की बीमारी से ग्रस्त थे। काफी इलाज के बाद भी शुगर का लेवल कम नहीं हो रहा था, जिससे शरीर में दूसरी बीमारियां उत्पन्न हो रही थी। इसी दौरान उनको पकड़ी धाम स्थित मां काली मंदिर की महिमा के बारे में जानकारी हुई। बस फिर क्या था वे लोग वहां पहुंच गए और मां की स्तुति करने लगे और मंदिर के पुजारी और मां काली के अनन्य उपासक रामबदन भगत से अपनी समस्या बताई। उनकी व्यथा सुन पुजारी ने पहले उन्हें मां का प्रसाद दिया और मां से अपनी अर्जी लगाने और जलेबी खाने की सलाह दी। साथ ही औषधियों के नियमित सेवन की बात कही।
चंद्र भूषण ओझा बताते हैं कि इसके बाद मानों चमत्कार सा हुआ, जिस सुगर के निदान के लिए वह तमाम बड़े शहरों के डॉक्टरों के यहां चक्कर लगाए और निराश होकर लौट आए वह पकड़ी धाम स्थित मां काली के मंदिर आने और जलेबी खाने से ही छूमंतर हो गया।
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शनिवार को खिचड़ी खाने के लिए लगता हैं तांता
पकड़ी धाम स्थित माँ काली मंदिर में शनिवार को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. इस दौरान भक्त अपनी गुहार भी मां के दरबार में लगाते हैं. साथ ही वापस लौटने से पहले मंदिर में वितरित होने वाले प्रसाद के तौर पर खिचड़ी खाना नहीं भूलते.
आलम यह है कि खिचड़ी लेने के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगतीं है. मंदिर के पुजारी राम बदन भगत स्वयं अपनी निगरानी में प्रसाद का वितरण कराते हैं. कुछ श्रद्धालु तो प्रसाद घर भी लेकर जातें हैं.
डेस्क
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