बिजली की आंख मिचौली से आम जन त्रस्त : सावधान कभी भी हो सकती है लाइट गुल
रतसर (बलिया) शासन से लगायत प्रशासन की लाख सख्ती के बावजूद भी जनपद की बिजली व्यवस्था पटरी पर आने का नाम नहीं ले रही है। पूरी तरह से ध्वस्त बिजली व्यवस्था से आम जनता में भारी रोष व्याप्त है। दिन रात बिजली की आंख मिचौली के कारण भीषण गर्मी में अफसरशाही और कर्मचारियों का खामियाजा ग्रामीण क्षेत्र की जनता को हमेशा भुगतना पड़ता है। स्थानीय विद्युत उपकेन्द्र से 140 गांव प्रभावित हो रहे है। हल्की बारिश या हल्के तूफान चलने पर भी लाइट बन्द कर दी जाती है और कई दिन तो लाइट आती ही नही है। बिजली विभाग के अधिकारियों को न तो शासन का डर है और न ही प्रशासन का भय । ऐसे में जनपद का नगर क्षेत्र हो या फिर देहात, कहीं भी सीएम योगी के फरमान का असर दिखाई नही दे रहा है। वहीं शासन द्वारा जारी रोस्टर भी पूरी तरह फेल है। सीएम योगी ने नगर क्षेत्र में 24 घंटे,तहसील में 20 घंटे व ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली देने का जो दावा किया था उसे बिजली विभाग के अफसरों ने पूरी तरह झुठला दिया है। स्थानीय विद्युत उपकेन्द्र पर कोई सीयूजी नम्बर नही है जिससे लोग बिजली की अघोषित कटौती के बारे में जानकारी ले सके। वहीं उपभोक्ताओं की शिकायत है कि जेई कभी भी फोन रिसीव नही करते। बिजली की जर्जर एवं खराब व्यवस्था पूर्वी फीडर में देखने को मिलती है जहां लकड़ी के लगे क्रास आर्म पूरी तरह खराब हो चुके है और आए दिन खम्भों से तार टूटकर गिरते रहते है। विगत दो दिनों से हाफ लाइट रहने से उपभोक्ता परेशान है। क्षेत्र में चल रही इस अघोषित कटौती व लो-वोल्टेज से किसान, व्यापारी एवं छात्र हर वर्ग परेशान है। वहीं बिजली के न रहने से उमस भरी गर्मी में लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं से जुझना पड़ रहा है ।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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