सीएमओ के आदेश पर टूटा ताला, दबंग एएनएम का कारनामा
हल्दी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनवानी के उपकेंद्र बेलहरी का ताला रविवार को सीएमओ के आदेश पर तोड़ा दिया गया। दरअसल आरोप है कि एएनएम चंद्रबाला सिंह ने अपनी दबंगई दिखाते हुए उपकेंद्र पर ताला जड़कर मौके से नदारद हो गई थीं। मौके पर पहुंचे स्वास्थ्यकर्मियों ने इसकी शिकायत अधीक्षक डा. मुकर्रम अहमद से की। उन्होंने इस प्रकरण से सीएमओ डा.जयंत कुमार को अवगत कराया। इसके बाद सीएमओ की ओर से ताला तोड़ने का आदेश दिया गया।
दरअसल पूरा मामाला यह है कि बेलहरी स्वास्थ्य उपकेंद्र पर एएनएम चंद्रबाला सिंह लगभग दस वर्षों से तैनात थीं। इधर, काफी समय से एएनएम की कई कारगुजारियों की शिकायत ग्राम प्रधान, ग्रामीणों व स्वास्थ्य कर्मियों की ओर से की गई थी। आरोप है कि एएनएम चंद्रबाला सिंह टीकाकारण से लेकर प्रसव तक में धनउगाही करती थीं। इन तमाम शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए बीते 29 अगस्त को सीएमओ की ओर से आरोपी एएनएम चंद्रबाला सिंह का स्थानांतरण उपकेंद्र दीघार पर किया गया। लेकिन दबंगई दिखाते हुए आरोपी एएनएम की ओर से वहां पर अपना कार्यभार ग्रहण नहीं किया गया। इसके पीछे मूल वजह यह है कि वह यहां पर हो रहीं अवैध कमाई को छोड़ना नहीं चाहती थीं। हद तो तब हो गई, जब उनकी जगह पर स्वास्थ्य उपकेंद्र बेलहरी पर कार्यभार ग्रहण करने के लिए नवागत एएनएम आभा मिश्रा को भेजा गया लेकिन आरोपी एएनएम चंद्रबाला सिंह की ओर से उनको ऐसा करने से रोका गया। इसी क्रम में रविवार की सुबह राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम कोविड का टीकाकरण उक्त सेंटर से होने वाला था। इसीलिए एएनएम आभा मिश्रा व अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौके पर पहुंचे लेकिन वहां पर देखा कि स्वास्थ्य
एएनएम चंद्रबाला सिंह की ओर से उनको ऐसा करने से रोका गया। इसी क्रम में रविवार की सुबह राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम कोविड का टीकाकरण उक्त सेंटर से होने वाला था। इसीलिए एएनएम आभा मिश्रा व अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौके पर पहुंचे लेकिन वहां पर देखा कि स्वास्थ्य उपकेंद्र बेलहरी पर ताला लटका हुआ है। मालूम करने पर पता चला कि एएनएम चंद्रबाला सिंह ताला बंद करके कहीं चली गई हैं। इसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों की ओर से पूरे घटनाक्रम की जानकारी अधीक्षक को दी गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए अधीक्षक ने इससे सीएमओ को अवगत कराया। इसी के बाद सीएमओ की ओर से आदेश दिया गया कि सेंटर का ताला तोड़कर टीकाकारण का कार्य शुरू किया जाए।
वहीं बताया जा रहा है कि संविदा एएनएम चंद्रबाला सिंह के उपर कई सफेदपोशों व विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों का हाथ है। यही कारण है कि सभी नियमों को धत्ता बताते हुए उनकी ओर से अपनी दबंगई दिखाने का काम किया गया। इस प्रकरण की चर्चा विभाग सहित पूरे जनपद में हो रही है। कहा यह भी जा रहा है कि अब तक अपनी ड्यूटी अवधि में कभी भी वह रात में नहीं रहती है। वहीं अहम बात यह है कि जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल का सख्त आदेश है कि सरकारी अस्पतालों में प्रसव के लिए आने वालीं प्रसूताओं को किसी भी कीमत पर निजी अस्पतालों में न भेजा जाए। पूर्व में लापरवाही को लेकर कई स्वास्थ्यकर्मियों पर गाज भी गिर चुकी है।
रिपोर्ट : एस के द्विवेदी
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