गंगा देश की प्राकृतिक सम्पदा व भावनात्मक आस्था का आधार:- राजीव गंगवार
गंगा दुतो के दो दिवसीय प्रशिक्षण में बोले नवागत खंड शिक्षा अधिकारी
बलिया :- गंगा की स्वच्छता निरंतरता का विषय है सिर्फ नारे लगाने भाषण बाजी करने मात्र से गंगा की निर्मलता को बनाए रखना संभव नहीं है इसके लिए सर्व समाज को विशेष तौर से युवा वर्ग को आगे आना होगा। गंगा देश की प्राकृतिक सम्पदा के साथ जन - जन की भावनात्मक आस्था का आधार है।
उक्त बातें नेहरू युवा केंद्र बलिया के तत्वावधान में नमामि गंगे योजना में युवाओं की सहभागिता के तहत गंगा दूतों के दो दिवसीय प्रशिक्षण के पहले दिन बेलहरी विकास खंड के ब्लॉक संसाधन केंद्र के सभागार में आयोजित प्रशिक्षण में, बतौर मुख्य अतिथि नवागत खंड शिक्षा अधिकारी राजीव गंगवार ने उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए कही।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती व स्वामी विवेकानंद जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर राजीव गंगवार व नमामि गंगे के जिला परियोजना अधिकारी शलभ उपाध्याय व बृजकिशोर पाठक ने संयुक्त रूप से किया।
मुख्य अतिथि ने कहा कि मां गंगा हमारे देश की प्राणधारा व भारतीय संस्कृति की पोशक है।
शलभ उपाध्याय ने कहा कि गंगा नदी हमारे लिए सिर्फ जल का स्रोत ही नहीं अपितु आस्था की केंद्र भी है। जिसकी रक्षा करना हम सब का नैतिक कर्तव्य है।
बृजकिशोर पाठक ने उपस्थित गंगा दूतों से गंगा नदी को प्रदूषण से बचाने की अपील की।
जिला प्रशिक्षक नितेश पाठक व सोनू देव यादव ने विस्तार से गंगा दूतों को प्रशिक्षित किया।
गंगा नदी में प्रदूषण के स्तर बढ़ने से होने वाली बीमारियों के बारे में उपस्थित युवाओं को जिला प्रशिक्षकों के द्वारा विस्तार से बताया गया।
इस मौके पर प्रमुख रूप से छोटेलाल पाठक, हरीश चंद्र पटेल, परमात्मा नंद यादव, दयानंद उपाध्याय ,सुनील पाठक, अंगराज ,राकेश वर्मा, नंदिनी, सूरज यादव ,अभिषेक चौबे, प्रद्युम्न वर्मा ,सत्यदेव कुमार, अरविंद पांडे ,अमन कुमार, अनिता ,अंजलि आदि लोग उपस्थित रहे। संचालन राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक मनीष कुमार व गुड़िया ने संयुक्त रूप से किया।
रिपोर्ट:- धीरज सिंह
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