आंखों के प्रति न करें लापरवाही : डा०राकिफ
रतसर(बलिया):आंखों के प्रति किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं करनी चाहिए।ऐसा करना आंखों की परेशानी को और बढ़ा सकता है।इसलिए समय-समय पर इसकी जांच कराने और आंखों की देखभाल के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व ग्लुकोमा सप्ताह के अवसर पर स्थानीय सीएचसी पर शुकवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान अधीक्षक डा० राकिफ अख्तर ने कही। बताया कि शासन के दिशा निर्देशों के क्रम में 13 वां विश्व ग्लूकोमा ( काला मोतिया ) सप्ताह 12 से 18 मार्च तक मनाया जा रहा है। जिसमें आंखों की जांच की जा रही है साथ ही काला मोतिया के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। " आओ अदृश्य ग्लूकोमा को हराएं " थीम सप्ताह के अवसर पर बताया कि जनमानस में आंखों में ग्लूकोमा रोग से संबन्धित जागरुकता,चिकित्सकीय परामर्श शिविर एवं रैली का आयोजन करके आप्टिक तंत्रिका परीक्षण सहित नियमित आंखों की जांच के लिए लोगों को प्रोत्साहित करके ग्लूकोमा द्वारा होने वाले अंधेपन को समाप्त करना है। वरिष्ठ नेत्र जांच अधिकारी महेंद्र भारती ने बताया कि ग्लूकोमा की समस्या होने पर आंखों में तरल पदार्थ का दबाव बढ़ जाता है। शुरुआती अवस्था में न तो इस बीमारी के कोई लक्षण प्रकट होते हैं और न ही कोई संकेत। जांच में देरी से मरीज की दृष्टि भी चली जाती है। काला मोतिया की पहचान यदि प्रारंभिक चरणों में कर ली जाए तो दृष्टि को कमजोर पड़ने से रोका जा सकता है I ऐसे में नियमित जांच कराएं और आंखों में होने वाले किसी भी नए बदलाव या लक्षण पर ध्यान देना आवश्यक है। इस अवसर पर डा० अमित वर्मा,डा०देवेन्द्र यादव,साधु शरण यादव, सुमित सिन्हा,शिवम सिंह, अमित गुप्ता,यूसूफ अंसारी, पियुष रंजन एवं लल्लन राम मौजूद रहे।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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