सनबीम स्कूल में स्प्रिंग स्पोर्ट्स कैंप 'जोश' का हुआ शुभारंभ
शिक्षा का उद्देश्य न केवल बौद्धिक क्षमता को विकसित करना अपितु सम्पूर्ण शारीरिक और मानसिक रुप से विकसित करना होता है। यही कारण है कि विद्यालयी पाठ्यक्रम में क्रीड़ा को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है।
बलिया जिले के अगरसंडा ग्राम स्थित सनबीम स्कूल विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर अत्याधिक बल देता है,इसी कारण विद्यालय द्वारा समय समय पर विद्यार्थियों के संपूर्ण विकास के लिए विभिन्न प्रकार की क्रियात्मक गतिविधियों का आयोजन किया जाता रहता है।
इसी क्रम में वार्षिक परीक्षा के समाप्ति के उपरांत विद्यार्थियों के मानसिक तनाव को कम करने के लिए तथा उनके शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए विद्यालय प्रांगण में पंद्रह दिवसीय स्पोर्ट्स कैंप *जोश* का आगाज़ हो गया है। इस कैंप में विद्यार्थियों के मनोरंजन के साथ-साथ उनके शारीरिक वृद्धि के लिए लिए विभिन्न खेलों क्रमशः हैंडबॉल, कराटे, बास्केटबॉल,वॉलीबॉल, बैडमिंटन,टेबल टेनिस, चेस, शूटिंग,हॉकी योगा- एरोबिक्स , ताइक्वांडो आदि का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
कार्यक्रम का उद्घाटन 10 मार्च को विद्यालय के निदेशक डॉ कुंवर अरूण सिंह एवम प्रधानाचार्या डॉ अर्पिता सिंह द्वारा किया गया। विद्यालय निदेशक डॉ सिंह ने इस कैंप के विषय में बताया कि *स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निर्माण होता है।इसलिए बच्चों के बौद्धिक क्षमता को विकसित करने के लिए उनके शारीरिक क्षमता को बढ़ाना आवश्यक है। श्री सिंह ने बताया कि परीक्षा के कारण विद्यार्थियों का मानसिक तनाव अत्यंत बढ़ जाता है क्योंकि उनपर उचतम अंक प्राप्त करने का दबाव होता है जिस कारण वह थके थके अनुभव करने लगते है एवम उनके व्यवहार में चिड़चिड़ापन प्रवेश करने लगता है। ऐसे में उनका रुझान खेल की ओर करने के लिए इस तरह के कैंप का आयोजन आवश्यक होता है। ताकि बच्चे अपना समय सही दिशा में व्यतीत कर सके। इसी बात को ध्यान में रखते हुए इस कैंप में मुख्य रूप से योगा और एरोबिक्स का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जो सभी विद्यार्थियों के लिए आवश्यक है।*
प्रधानाचार्या डॉ अर्पिता सिंह ने कैंप में बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल जीवन का अभिन्न अंग है लेकिन आजकल विद्यार्थी मोबाइल और कंप्यूटर पर अपना समय ज्यादा व्यतीत कर रहे जिससे वो बीमार पड़ने लगे है। उन्होंने छात्रों को प्रांगण में खेलने की सलाह दी जिससे उनका शारीरिक विकास हो सके। कैंप में बतौर प्रशिक्षक क्रमशः कमल यादव, तरुण सक्सेना,राजेश कुमार सिंह, अबू सईद,नवतेज, बृजेश सिंह,मुकेश,निखिल,पूनम यादव, सांभवी, प्रीति गुप्ता,अमित पांडेय का योगदान अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। यह संपूर्ण कैंप विद्यालय के क्रीड़ा अध्यापक पंकज कुमार सिंह के निरीक्षण में आयोजित है।
रिपोर्ट धीरज सिंह
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