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8 मई को मनाया जाएगा विश्व रेड क्रॉस दिवस

 


बलिया:- विश्व रेडक्रास एक ऐसी अन्तर्राष्ट्रीय संस्था है जो बिना किसी भेदभाव के मानवता के लिए कार्य करती है।

     रेड क्रॉस दुनिया भर में अलग- अलग आपदाओं के समय लोगों की मदद करती है।

     विश्व रेडक्रास डे या क्रिसेंट डे पूरी दुनिया में 8  मई को मनाया जाता है, रेड क्रॉस के संस्थापक हेनरी डयूनेंट का जन्म दिवस भी 8 मई है,जिसको रेड क्रॉस डे के रूप में मनाया जाता है।

     हेनरी डयूनेंट का जन्म 8 मई 1828 को स्विट्जरलैंड के जिनेवा शहर में हुआ था, उन्हें 1901 में दुनिया का पहला नोबल शांति पुरस्कार दिया गया था,वो एक मानवतावादी, व्यापारी और सामाजिक कार्यकर्ता थे।1863 में इंटरनेशनल कमेटी आफ द रेड क्रॉस (ICRC) की स्थापना की थी।

          इण्डियन रेड क्रॉस सोसायटी (IRCS)की स्थापना 1920 में संसद अधिनियम एक्स . बी. के तहत हुई थी। इस अधिनियम को 1992 में संसोधित किया गया था और नियमों का गठन 1994 में हुआ था।

       विश्व रेडक्रास दिवस पहली बार 1948 में मनाया गया था।

वर्तमान में इसकी 700 शाखाएं पूरे भारत में कार्य कर रही हैं। इण्डियन रेड क्रॉस सोसायटी का मुख्यालय नई दिल्ली में है।

       रेड क्रॉस सोसायटी का मुख्य कार्य भूकंप, बाढ़, अकाल, युद्ध एवं आपदा जैसी स्थितियों में राहत देने का कार्य करती है, इसके अलावा यह सेंट जान एम्बुलेंस एसोसिएशन के साथ प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण, लोगों को ब्लड बैंक की सुविधा प्रदान करना इत्यादि विषयों पर कार्य करती है। 

     विश्व रेडक्रास दिवस पर प्रतिवर्ष जनपद में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को संस्था के अध्यक्ष/ जिलाधिकारी महोदय द्वारा उत्कृष्ट सेवा पदक सम्मान से सम्मानित किया जाता है।  इस वर्ष भी जनपद बलिया से 25 अधिकारियों, कर्मचारियों, सदस्यों एवं वालंटियर्स को सम्मान हेतु प्रस्तावित किया गया है।


उत्कृष्ट सेवा हेतु सम्मान के क्रम में  

मुख्य रूप से डॉ पंकज ओझा,(चिकित्सक)बेलहरी न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, नंदिनी सिंह (सामाजिक कार्यकत्री)मिडढी बलिया इत्यादि हैं, जिन्होंने रेड क्रॉस के शत प्रतिशत राहत कार्यों में बाढ़ राहत, अग्निपीड़ितों को राहत, ठंढ़ राहत, आपदा राहत, स्वास्थ्य शिविर, ब्लड डोनेशन कैंप इत्यादि में अपना अमूल्य सहयोग के साथ सहभागिता रही है।

रिपोर्ट:- त्रयंबक पांडेय गांधी

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