नियमित टीकाकरण के माइक्रोप्लान को लेकर आयोजित हुई कार्यशाला
●स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में डब्ल्यूएचओ ने किया सहयोग
बलिया, 10 मई 2023 -
जनपद में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में डब्ल्यूएचओ के सहयोग से मंगलवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन स्थानीय होटल में हुआ। कार्यशाला में सीएचसी-पीएचसी के अधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक, ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक, सहायक शोध अधिकारी व अन्य लोगों ने प्रतिभाग किया। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ०जयन्त कुमार ने दी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि नियमित टीकाकरण के अंतर्गत गर्भवती को टिटनेस-डिप्थीरिया से बचाव के लिए टीडी के दो टीके तथा जन्म से पाँच वर्ष तक के बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए डीपीटी, पोलियो, बीसीजी, पीसीवी सहित विभिन्न महत्वपूर्ण टीके लगाए जाते हैं। इसके साथ ही जापानी इन्सेफ्लाइटिस से बचाव के लिए जेई टीकाकरण भी लगाया जाता है। कार्यशाला में प्रशिक्षण देते हुए उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ शशि प्रकाश ने कहा कि जन्म से एक वर्ष के शिशुओं का पूर्णतः प्रतिरक्षित न होना शिशु मृत्यु दर का एक प्रमुख कारण है। इसीलिए समय पर बच्चों को सभी टीकों से प्रतिरक्षित कर शिशु मृत्यु दर में कमी लायी जा सकती है।
डब्ल्यूएचओ के एसएमओ ने प्रशिक्षण में कहा कि नियमित टीकाकरण में सुधार लाने के साथ ही सभी लाभार्थियों तक सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित कर तथा सेवाओं को गुणवत्तापरक बनाए रखने के लिए कुछ बिंदुओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है। जैसे की नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को मजबूत बनाने के लिए उप केंद्र ब्लॉक तथा जिला स्तरीय माइक्रोप्लान अमल में लाये जाएं। माइक्रोप्लान में इस बात पर खास तौर पर ध्यान दिया जाय कि प्रत्येक ब्लॉक का मैप तैयार किया जाए तथा इसके अंतर्गत आने वाले नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उपकेंद्र एवं गांव को दर्शाया जाए।
उन्होंने बताया कि सभी ब्लॉक के सभी गांव, मजरों को कार्य योजना में सम्मिलित किया जाए तथा कोई भी क्षेत्र वंचित न रहे यह ध्यान रखने की विशेष आवश्यकता है। प्रत्येक गांव में आयोजित होने वाले सत्रों की संख्या मानक के अनुसार होनी चाहिए। नियमित टीकाकरण सत्रों का आयोजन कार्य योजना के अनुरूप निश्चित दिवस एवं निश्चित स्थान जैसे स्वास्थ्य उपकेंद्र, आंगनवाड़ी केंद्र अन्य सामुदायिक स्थान जहां ज्यादा संख्या में बच्चों एवं गर्भवती को लाभान्वित किया जाए। आशा कार्यकर्ता घर-घर सर्वे कर ड्यू लिस्ट समय से तैयार की जाए जिससे कोई भी बच्चा व गर्भवती टीकाकरण से वंचित न हो। जनपद तथा ब्लॉक स्तर पर स्थापित कोल्ड चेन उपकरणों की क्रियाशीलता सुनिश्चित की जाए । प्रत्येक उपकरण के भंडारण तापमान को थर्मामीटर से दिन में दो बार जांच कर उनकी लाग बुक प्रतिदिन भरी जाए। कोल्ड चैन उपकरण वैक्सीन के भंडारण तथा तापमान का अधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी स्वयं निरीक्षण की जाय और इसकी जानकारी लॉगबुक में पंजीकृत की जाए।
इस कार्यशाला में डब्लूएचओ के एसएमओ डा०नकीबुल जमा, डिस्ट्रिक कोल्ड चेन मैनेजर स्पर्श राज, यूनिसेफ के डीएमसी मोहम्मद नसीम खान, चाई संस्था के जिला समन्वयक धर्मेंद्र तिवारी , आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट त्रयंबक पांडेय गांधी
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