प्लेनेटोरियम और स्टार गेजिंग द्वारा ग्रह, तारों को देखा सनबीम के सितारों ने
(बलिया )पुस्तकीय ज्ञान को अनुभव द्वारा सीखना ही वर्तमान शिक्षा प्रणाली की अवधारणा है। इसी शिक्षण पद्धति द्वारा अपने विद्यार्थियों को शिक्षित करने के लिए बलिया के अगरसंडा स्थित सनबीम स्कूल निरंतर प्रयासरत रहता है।इसके लिए वह अपने छात्रों हेतु लैब वर्क, क्षेत्रीय भ्रमण, अनेकों विषय आधारित क्रियाओं का आयोजन करता है।इसी क्रम में विद्यालय में 1मई एवम 2मई को विद्यालय प्रांगण में प्लेनेटोरियम विजिट एवम स्टार गेजिंग एक्टिविटी का आयोजन किया गया। जिसमे बच्चों ने पुस्तकों में पढ़े ग्रह, नक्षत्र और तारों को अपनी आंखों से देखकर उसकी अनुभूति की।
विदित हो कि विद्यालय प्रांगण में दिनांक 1 एवम 2 मई को मां सुरसरी सेवा संस्थान द्वारा ब्रेटीनो टेक्नोलॉजी आधारित मोबाइल तारामंडल का आयोजन किया गया है जिसका उद्घाटन 1 मई को संस्था के सचिव डॉ सुधीर कुमार सिंह द्वारा किया गया। तत्पश्चात् कक्षा नर्सरी से पांचवी तक के बच्चों को इस प्लेनेटोरियम का भ्रमण कराकर उन्हें हमारे सौरमंडल के विषय में संपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। इस वर्ष प्लेनेटोरियम विजिट के दौरान विद्यार्थियों को शाम को टेलिस्कोप के माध्यम से अंतरिक्ष में स्थित तारों एवम ग्रहों को दिखाया गया तथा वहां उपस्थित संस्था के विशेषज्ञों और विद्यालय के अध्यापकों द्वारा बच्चों को खगोलीय घटनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
इस अवसर पर *स्टार गेजिंग एक्टिविटी में बच्चों ने विभिन्न ग्रहों एवम तारों की पोशाक धारण कर रंगारंग कार्यक्रम से वहां उपस्थित सभी का मन मोह लिया।*
इस विषय पर विद्यालय निदेशक डॉ कुंवर अरुण सिंह ने बताया कि प्लेनेटोरियम विजिट और स्टार गेजिंग द्वारा छात्रों को अनुभव आधारित शिक्षा प्रदान करना ही हमारा उद्देश्य है। विद्यालय सदैव ही *करके सीखने* की पद्धति को ही ग्रहण करता है।
रिपोर्ट त्रयंबक पांडेय गांधी
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