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एक कदम सुपोषण की ओर से लगेगा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर अंकुश




बलिया। जिले में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर अंकुश लगाने और उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए एक कदम सुपोषण की ओर विशेष अभियान बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से चलाया जाएगा। इसके तहत सभी ब्लॉक, गांव और शहरी क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने की तैयारी है। जरूरी दवाओं के वितरण के साथ समग्र स्वास्थ्य और पोषण सेवाएं दी जाएंगी। अभियान जुलाई माह तक चलेगा।

जिला कार्यक्रम अधिकारी केएम पांडेय ने कहा कि इस अभियान में गर्भावस्था और प्रसव उपरांत गर्भवती और धात्री महिलाओं के पोषण पर जोर दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के साथ समेकित बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग मिलकर गर्भवती व धात्री महिलाओं को जरूरी सलाह देंगे। जिले के 3471 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से इस अभियान को गांव-गांव पहुंचाया जाएगा। आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों को चिह्नित कर उन्हें पुष्टाहार उपलब्ध कराने के साथ ही चिकित्सकीय प्रबंधन भी कराएंगी। अभियान के माध्यम से सप्लाई चेन को सुदृढ़ करते हुए प्रत्येक लाभार्थी तक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाएगा। 

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*एक कदम सुपोषण की डीपीओ ने परखी हकीकत*


प्रदेश के साथ जिलेभर में एक कदम सुपोषण की ओर कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके तहत आंगनबाड़ी केंद्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री की ओर से सैम बच्चों को बुलाकर उनका परीक्षण कराया जा रहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी बलिया केएम पांडेय ने गुरुवार को निधरिया ग्राम पंचायत स्थित  सीआई-वीएचएसएनडी केंद्र का निरीक्षण किया और संभव 3.0 अभियान के बारे में आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री को कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।


संभव 3.0 अभियान से दूर करेंगे कुपोषण

जिले में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर अंकुश लगाने और उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए सम्भव 3.0 अभियान जून से सितंबर महीने तक चलाया जाएगा। इसके माध्यम से सभी ब्लॉक, गांव और शहरी क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। जरूरी दवाओं के वितरण के साथ समग्र स्वास्थ्य और पोषण सेवाएं दी जाएंगी। इस अभियान की मुख्य थीम कुपोषित (सैम, मैम, गंभीर, अल्प वजन वाले बच्चे) बच्चों के चिह्नांकन, संदर्भन, उपचार, प्रबंधन और फॉलोअप है।



रिपोर्ट त्रयंबक पांडेय गांधी 

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