जर्जर तारों एवं खम्भों की जगह लगाए जा रहे नए तार, बिजली विभाग व उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत
रतसर (बलिया) अगले डेढ़ माह में स्थानीय विद्युत केन्द्र की बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए शासन स्तर से कदम बढाए गए हैं। कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रों की जर्जर बिजली व्यवस्था सुधारने के लिए मोंटे कार्लो कंपनी कार्यदायी संस्था द्वारा बुधवार को करमौता से रतसर तक जर्जर तार एवं खंभा बदलना शुरू कर दिया है। इस बावत कार्यदायी संस्था के ईंचार्ज सौरभ कुमार पाण्डेय ने बताया कि आरडीएसएस योजना के तहत करमौता से रतसर तक जर्जर तार एवं खंभे बदले जाएगें। इन्हें बदलने में लगभग डेढ़ माह का समय लगेगा। केबलिंग करने के बाद बिजली विभाग और बिजली उपभोक्ता दोनों को राहत मिलेगी। जेई जितेन्द्र कुमार ने बताया कि आए दिन जर्जर तार एवं खंभे टूटकर गिर जाते थे जिसके कारण बार-बार विद्युत आपूर्ति बाधित हो जाती थी। समस्या को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया था। बताया कि जर्जर तार एवं खंभो के कारण बरसात एवं गर्मी के दिनों में तेज हवा के झोंकों से कई बार तार टूटकर गिर जाया करते थे। इससे जान माल की भी क्षति होती थी । कई बार गिरे हुए तार की चपेट में आने से बेजुबान पशुओं की जान भी चली जाती थी। इस मामले को संज्ञान लेते हुए बिजली विभाग द्वारा 6 माह पहले सर्वे कराकर शासन को भेजा था। विभाग की कवायद पर बुद्धवार को मोंटे कार्लो कंपनी ने करमौता से काम शुरू कर दिया। वहीं बताया कि दिन में 9 बजे से शाम 4 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी।अब ऐसी घटनाओं से लोगों को निजात मिल जाएगी । बिजली विभाग का दावा है कि आने वाले दिनों में बिजली व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन देखने को मिलेगा।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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