नौकरी दिलाने के नाम पर पान के दुकानदार से पांच लाख की ठगी, मुदकमा दर्ज
By Dhiraj Singh
बलिया। शिक्षा विभाग में बड़े बाबू के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर पांच लाख लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र देने के मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित की शिकायत पर उभांव पुलिस ने संबधित धारा में आफताब निवासी चौकियां मोड़ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस को दिए तहरीर में चितबड़ागांव निवासी राकेश चौरसिया ने आरोप लगाया है कि एक वर्ष पूर्व चौकियामोड़ निवासी अफताब खुद को शिक्षा विभाग में अधिकारी होने की बात कह कर मुझे व दो दो भाइयों को प्रधान लिपिक के पद पर नौकरी लगाने के नाम दस लाख रुपए की मांग की। उसके झांसे में आकर पांच लाख रुपया कई किस्तों में दे दिया। आफताब ने कुछ दिनों बाद नियुक्ति पत्र दिया। राकेश नियुक्ति पत्र लेकर किस स्कूल में तैनाती है, इसकी जानकारी के लिए बीएसए कार्यालय पहुंचा तो उसके होश उड़ गए। वहां तैनात कर्मचारियों ने नियुक्ति पत्र को फर्जी बताते हुए ठगे जाने की बात कहीं। राकेश ने आफताब से फर्जी नियुक्ति पत्र देने की बात कह कर पांच लाख रुपए वापस मांगने पर उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया। उसके घर जाने पर जान से मारने की धमकी देते हुए पैसे को भूलने की बात कही। राकेश ने पुलिस अधीक्षक एस आनंद से मिलकर शिकायत की, उनके निर्देश पर पुलिस ने संबंधित धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया। थाना प्रभारी राजीव मिश्रा ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
बड़ा बाबू बनने के चक्कर में गंवाईं मेहनत की कमाई
राकेश चौरसिया चितबड़ागांव-भरौली तिराहे पर पान की दुकान हैं। उनकी दुकान पर स्थानीय कस्बा का एक रिटायर्ड जवान हमेशा पान खाने आया करते थे। उन्होंने नौकरी के लिए चौकिया मोड़ निवासी आफताब, जो शिक्षा विभाग में बड़ा अधिकारी है, उनसे मिलने को कहा। राकेश फोन कर आफताब से मिलने पहुंचा तो वह बेसिक कार्यालय में बैठा देख अधिकारी समझ लिया। आफताब ने दोनों भाईयों को वरिष्ठ लिपिक की नौकरी दिलाने के नाम पर दस लाख रुपए की मांग की। उसका हाव भाव देख राकेश उसके सांझे में आ कर कई किश्तों में पांच लाख रुपए दे दिया। कुछ दिनों बाद खुद को ठगे जाने की जानकारी हो तो राकेश के होश उड़ गए। पान की दुकान पर एक-एक पान बेचकर कमाया रुपया बाबू बनने के लालच में गंवा बैठा।
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