जाने उप्र विधान परिषद की संसदीय एवं सामाजिक सद्भाव समिति की बैठक में क्या हुआ
बलियाः उप्र विधान परिषद की संसदीय एवं सामाजिक सद्भाव समिति की बैठक एमएलसी आशुतोष सिन्हा की अध्यक्षता मेें रविवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इसमें सदस्य के रूप में मौजूद शिक्षक एमएलसी लाल बिहारी यादव व एमएलसी सुरेन्द्र चौधरी ने भी जनपद की बेहतरी के लिए अपने सुझाव दिये। बैठक में प्रशासनिक, पुलिस, विकास व अन्य विभाग से सम्बन्धित विषयों पर चर्चा हुई और अधिकारियों को समिति की ओर से जरूरी दिशा-निर्देश दिये गये।
एमएलसी सिन्हा ने कहा कि समिति की बैठक में दिये गये निर्देश को गंभीरता से लेते हुए हर विन्दु का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। अन्यथा बाद में समीक्षा के दौरान लापरवाही मिली तो जवाबदेही तय की जाएगी। समिति के सदस्यों ने कहा कि अधिकारी जनता की बातों को सुनें, उनकी समस्याओं को प्राथमिकता पर लेकर समाधान सुनिश्चित कराएं। चारागाह, तालाब व ग्राम की साार्वजनिक जमीन पर अतिक्रमण को गंभीरता से लें और हटवाएं। जिला योजना में विधायक गण के अलावा एमएलसी का भी प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार हो।
बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान आरटीई एक्ट के तहत अलाभित निर्बल परिवार के बच्चों को प्राईवेट स्कूल में प्रवेश की स्थिति की जानकारी ली। सदस्यों ने कहा कि इस नियम का प्रचार प्रसार पूरे जिले में कराया जाए। इसके माध्यम से गरीब परिवार के बच्चों को बेहतर शिक्षा देकर पुनीत केे भागी बनें। परिषदीय विद्यालयों में अध्यापकों की समय से उपस्थिति पर भी विशेष जोर दिया। विकास विभाग की समीक्षा के दौरान सदस्यों ने कहा कि हर शुक्रवार को होने वाली जनचौपाल में जनप्रतिनिधियो को अनिवार्य रूप से बुलाया जाए। इससे क्षेत्रीय समस्याओं का समाधान छोटे स्तर पर ही हो जाएगा। सरकारी योजनाओं से सम्बन्धित शिकायतों की जांच निर्धारित समय के अन्दर कर ली जाए। यह सुनिश्चित कराया जाए कि योजना का लाभ पात्र को ही मिले। आबकारी विभाग, व्यापार कर व परिवहन विभाग के अधिकारी से राजस्व वसूली की प्रगति की जानकारी ली। कहा कि खटारा वाहनों पर अभियान चलाकर कार्यवाही करें। ओवरलोड सवारी गाड़ी नहीं चले। लोगों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाए।
बाल संरक्षण गृह व राजकीय बालिका गृह की व्यवस्था की जानकारी ली। विभागीय आंकड़ो की पूरी जानकारी नहीं होने पर प्रोबेशन अधिकारी मु.मुमताज को फटकार लगाते हुए कड़ी चेतावनी दी। कहा कि उच्च अधिकारी भी समय-समय पर निरीक्षण कर वहां की व्यवस्था पर नजर रखें। एससी एसटी एक्ट व महिला उत्पीड़न से सम्बन्धित मामलों में हुई कार्रवाई की भी समीक्षा की गयी। सदस्यों ने कहा कि पुलिस इस बात का ध्यान रखे कि कोई दोषी बचे नहीं और निर्दोष फंसे नहीं।
बाल श्रम से सम्बन्धित मामलों की समीक्षा के दौरान सदस्यों ने कहा कि इसके लिए औचक निरीक्षण समय-समय पर किया जाए। होटल, रेस्टोरेंट, ढ़ाबा आदि के साफ सफाई में, किचन में तथा बर्तन धोने के स्थल पर जाकर देखा जाए कि कोई बाल मजदूर तो नहीं रखा गया है। एक टीम बनाकर जांच कराई जाए। बैठक मेें जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार, एसपी एस.आनन्द, सीडीओ प्रवीण वर्मा, एडीएम डीपी सिंह, एएसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
By : Dhiraj Singh
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