युवाओं के लिए खुशखबरी 5 महीने में इन कंपनियों में 50000 से अधिक नौकरियां
नई दिल्ली : टीमलीज एडटेक प्लेटफॉर्म के ताजा सर्वे के अनुसार देश की प्रमुख भारतीय आईटी कंपनियां जुलाई-दिसंबर 2023 के बीच देश भर में आईटी और नॉन-आईटी दोनों सेक्टर्स लगभग 50,000 फ्रेशर्स को नौकरी देने की तैयारी कर रही है। एड-टेक प्लेटफॉर्म ने अपने सर्वे में कहा कि आईटी इंडस्ट्री के भीतर डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन इनिशिएटिव को तेजी से अपनाने के साथ-साथ क्लाउड कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), साइबर सिक्योरिटी और दूसरी एडवांस तकनीक में नए कारोबारी अवसर पैदा हो रहे हैं।
टीमलीज एडटेक के फाउंडर और सीईओ शांतनु रूज के अनुसार एआई, ब्लॉकचेन, क्लाउड कंप्यूटिंग आदि जैसी नौकरियां जल्द ही अपना ‘विदेशी’ टैग खोने जा रही हैं और ये तमाम चीजें कैलकुलेटर या लैपटॉप जैसे कॉमन टूल्स की तरह हो जाएंगी। किसी भी कंपनी के लिए आज अपनी इंटायर बिजनेस स्ट्रैटिजी में एआई को शामिल ना करना काफी गैर-जिम्मेदाराना होगा। मौजूदा समय में इंप्लॉयर्स न्यू एज इंप्यॉयज में इन तमाम विशेषताओं की तलाश कर रहे हैं।
ऐसे हुआ सर्वे
पूरे भारत में 18 इंडस्ट्री में 737 स्मॉल, मीडियम और लार्ज कंपनियों का सर्वे करने के बाद टीमलीज रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है कि जुलाई-दिसंबर 2023 के बीच कंपनियां नए रिक्रूटमेंट करने का इंटेंट 73 फीसदी है, जिसमें स्टार्टअप भी शामिल है। फ्रेशर्स को रिक्रूट करने का इंटेंट 65 फीसदी है। इस साल जनवरी-जून के बीच नई प्रतिभाओं की मांग 62 फीसदी के मुकाबले 3 फीसदी बढ़ी है। जुलाई-दिसंबर 2023 में फ्रेशर्स को नियुक्त करने का इरादा रखने वाली टॉप 3 इंडस्ट्रीज क्रमशः ई-कॉमर्स और टेक स्टार्ट-अप (59 फीसदी), टेलीकॉम (53 फीसदी) और इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर (50 फीसदी) हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, नए लोग DevOps इंजीनियर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, एसईओ एनालिटिक्स और यूएक्स डिजाइनर जैसी जॉब्स पा सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि बिजनेस एनालिटिक्स, ब्लॉकचेन, क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा एन्क्रिप्शन, सप्लाई चेन मैनेजमेंट, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिसिस और सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (एसईओ) कुछ महत्वपूर्ण डोमेन स्किल हैं जिनकी इंपॉलर्य फ्रेशर्स से उम्मीद करते हैं।
इन लोगों को भी नौकरी
टीमलीज की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनियां भी तेजी से एक नए टैलेंट एक्विजिशन स्ट्रैटिजी के रूप में डिग्री अप्रेंटिसशिप की ओर रुख कर रही हैं। पिछले कुछ वर्षों में, अप्रेंटिस को नियुक्त करने के इच्छुक इंप्लॉयर्स की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है. उदाहरण के लिए, 2023 में, मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री ने 12 अप्रेंटिस को रखा और 12 फीसदी का इजाफा देखने को मिला। इसके बाद इंजीनियरिंग नंबर था 10 फीसदी का इजाफा हुआ। पॉवर और एनर्जी सेक्टर ने भी अप्रेंटिस को रखने में 7 फीसदी की तेजी दिखाई।
इन सेक्टर्स में भी आएंगी नौकरी
आईटी सेक्टर के अलावा अगले छह महीनों में मैन्युफैक्चरिंग, ई-कॉमर्स, टेलीकॉम, फार्मास्यूटिकल्स आदि जैसे दूसरे कई सेक्टर्स में विभिन्न नौकरियों के लिए नियुक्तियों में वृद्धि देखी जा सकती है। टीमलीज प्लेटफ़ॉर्म ने कहा कि कई विदेशी कंपनियां भारत भर में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने में 1,200 मिलियन डॉलर से अधिक का पर्याप्त निवेश कर रही हैं। इस पहल से विभिन्न क्षेत्रों में 20,000 से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है. इसके अलावा, 5जी की तेजी आने से भारत के टेलीकॉम मार्केट में बड़ी कंपनियों में नए लोगों के लिए 1,000 से अधिक नौकरियों के अवसर पैदा होने की संभावना है।
इसके अलावा, टीमलीज़ रिपोर्ट के अनुमान के अनुसार, भारतीय कंसलटेंट फर्मों को चालू छमाही के दौरान बिजनेस ऑपरेशंस, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, साइबर सिक्योरिटी, क्लाउड टेक्नोलॉजी, डेटा साइंस आदि जैसी टेक्नोलॉजीज में 5,000 से अधिक फ्रेशर्स को नियुक्त करने की उम्मीद है। टियर-2 और टियर-3 शहरों में नियुक्तियों में वृद्धि के बारे में बोलते हुए, रूज ने कहा कि ऑनलाइन लर्निंग, रिमोट लर्निंग, वर्चुअल लर्निंग की कांसेप्ट ने स्किल को एडवांस करने में मदद की है।
डेस्क
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