बदहाल और जर्जर सड़कें दर्द बांट रही है,स्लिप डिस्क की बढ़ रही बीमारी
रतसर (बलिया) सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के अभियान चले पर सड़कों के जख्म दूर नही हो सके। बदहाल और जर्जर सड़कें दर्द बांट रही है। जो हमदर्द होने का दावा कर रहे है वो गहरी नींद में है। क्षेत्र में देखें तो अधिकांश सम्पर्क मार्ग व मुख्य मार्ग जर्जर हो गए है। उन पर वाहन चलना तो दूर पैदल चलना भी दूभर है। रतसर- सुखपुरा नहर मार्ग जर्जर हालत में है जिन पर कई वर्षों से मरम्मत का कार्य नही कराया गया। हालांकि पूर्वाचल विकास निधि से लगभग 23 करोड़ रुपए इस सड़क के लिए 2021 में ही आवंटित हो चुके है। विडम्बना यह है कि 15 करोड़ रूपए इस मद में आहरित भी हो चुके है लेकिन लगभग दो वर्ष गुजरने के बाद 8.4 किमी की सड़क पर लगभग 500 मीटर सड़क चौड़ीकरण के नाम पर मिट्टी का कार्य हुआ है। इस बावत जब संबंधित अधिकारियों से वार्ता की गई तो उनका भी जवाब संतोष जनक नही मिला। क्षेत्रीय ग्रामीणों द्वारा उक्त जर्जर सड़क निर्माण के लिए शासन-प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया गया है।
इस संबन्ध में स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक डा० राकिफ अख्तर का कहना है कि गड्ढा और जर्जर सड़कों से बीमारियां पैदा हो रही है। ऐसी सड़कों पर सबसे ज्यादा बीमारियां दो पहिया वाहन चालकों की होती है। जिसमें स्लिप डिस्क,लो बैक सर्वाइकल आदि बीमारियां हो जाती है। दोपहिया वाहनों पर सीधे झटके लगते है।
धनेश पांडेय
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