लम्पी(एलएसडी) बीमारी फैलने से पशुपालक परेशान, पशुपालन विभाग ने मोबाइल टीम गठित कर शुरू कराया टीकाकरण व ईलाज
बलिया : पशुओं में फैल रहे लम्पी(एलएसडी) बीमारी पशुपालकों के लिए बन गया है चिंता का सबब। संक्रमण रोकने के लिए पशुपालन विभाग ने तैनात किया मोबाइल टीम। शुरू किया गया है टीकाकरण।
उल्लेखनीय है की लम्पी रोग से मुरली छपरा, बैरिया, रेवती व बेलहरी विकासखंड के दर्जनों गांवो में सैकड़ो पशु पीड़ित है। सर्वाधिक पशु मुरली छपरा विकासखंड के अठगावा, चांद दियर, टोला सिवन राय,रामपुर कोड़हरा, बाबू के डेरा आदि गांव है। जहां के सैकड़ो पशु इस बीमारी से ग्रस्त हैं। वहीं सुरेमनपुर दियराचंल व रेवती विकासखंड के झकटहा, रति छपरा, तुलसी छपरा,तिलापुर, बैरिया विकासखंड के टेंगरही, पांडेपुर, गंगा उस पर नौरंगा, चक्की नौरंगा, भुआवल छपरा, उदयी छपरा के डेरा, भगवानपुर के डेरा आदि गांव में लम्पी रोग से पशुओं के पीड़ित होने की सूचना है। इस रोग के रोकथाम व टीका कारण के लिए मोबाइल टीम का गठन किया गया है। जिसका प्रभारी पशु चिकित्साधिकारी डॉक्टर चंद्रकांत बनाए गए हैं। जो मोबाइल चिकित्सालय से घूम घूम कर पीड़ित पशुओं का इलाज कर रहे हैं। उन्होंने पशुपालकों से कहा है कि हमारे टोल फ्री नंबर 1962 पर सूचना दें।कहीं भी अगर पशु लम्पी रोग से पीड़ित है।तो वहां आधे घंटे के अंदर हमारी टीम पहुंचकर पशुओं का निशुल्क इलाज शुरू कर देगी। उन्होंने पशुपालकों से भी आग्रह किया है, कि जो पशु लम्पी रोग से पीड़ित हो रहे हैं। उन्हें अन्य पशुओं से अलग कर दिया जाए।उनमें छुआछूत ना हो। यह छुआछूत से फैलने वाली बीमारी है। उन्होंने कहा कि व्यापक स्तर पर पशुपालन विभाग निशुल्क टीकाकरण कर रहा है। सभी पशुओं को टिका लगवाया जाएगा। जब उनसे पूछा गया कि इससे पहला टीका क्यों नहीं लगाया गया। तो उन्होंने बताया कि शासन से अभी लम्पी का टीका प्राप्त हुआ है। और जिस दिन से टीका प्राप्त हुआ है।गंगा और सरयू नदी के तटवर्ती गांवों में प्राथमिकता के तौर पर टीकाकरण शुरू किया गया है।ज्यादा इन्हीं गांवों के पशु लम्पी बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं।पशु चिकित्साधिकारी डॉक्टर चंद्रकांत ने क्षेत्र के जागरूक लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि आप लोग इसकी जानकारी पशुपालकों को दें। जिससे वह निशुल्क टीकाकरण और बीमार पशुओं का भी निशुल्क इलाज हमारे टोल फ्री नंबर पर सूचना देकर कराये। ताकि उनका नुकसान ना हो, और इस रोग पर नियंत्रण पाया जा सके।
अधिकांश पशु चिकित्सालयों में पशु चिकित्सको पद खाली
क्षेत्र के राजकीय पशु चिकित्सालय बैरिया (सोनबरसा) करमानपुर, जयप्रकाश नगर, करण छपरा, लालगंज, नौरंगा आदि पशु चिकित्सालय में चिकित्साधिकारियों की तैनाती काफी दिनों से नहीं होने के कारण क्षेत्र की पशु चिकित्सा पूरी तरह से झोलाछाप पशु डॉक्टरों पर निर्भर हो गया है। जिससे पशुपालकों के धन भी नुकसान हो रहा है, और उनके पशु भी कलकलावित हो रहे हैं। लगातार जागरूक लोग शासन प्रशासन से पशु चिकित्साधिकारियों की तैनाती की मांग करते रहे हैं,किंतु काफी दिनों से। इन पशु चिकित्सालयो में पशु चिकित्साधिकारियों का पद रिक्त पड़ा हुआ है।
By Dhiraj Singh
No comments