श्रद्धा व भक्ति के साथ मनाई गई अनंत चतुर्दशी
रतसर (बलिया) स्थानीय नगर पंचायत सहित ग्रामीणांचलों में अनन्त चतुर्दशी का त्योहार गुरुवार को भक्ति पूर्ण माहौल में मनाया गया। इस अवसर पर श्रद्धालु भक्तजनों ने दोपहर तक व्रत धारण कर भगवान विष्णु की विधिवत पूजा अर्चना कर प्रसाद ग्रहण किया। इसको लेकर पूरे इलाके में भक्ति का माहौल देखने को मिला। विभिन्न गांवों के मंदिर परिसरों में श्रद्धालुओं ने भगवान अनंत की पूजा-अर्चना के बाद कथा श्रवण किया। श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव के साथ विधि पूर्वक अनंत रक्षा का सूत्र अपनी बांह में बंधवाया।
महाभारत काल में पहली बार हुई थी अनंत पूजा :
मान्यता है कि जब महाभारत काल में पांडव अपना सारा राज-पाट जुए में हार कर वनवास के दौरान कष्टदायक जीवन व्यतीत कर रहे थे, तब भगवान श्रीकृष्ण ने पांडवों को अनंत चतुर्दशी का व्रत करने को कहा। उस समय युद्धिष्ठिर ने अपने सभी भाइयों एवं द्रौपदी के साथ श्रद्धा भक्ति और विधि-विधान के साथ अनंत चतुर्दशी का व्रत किया। ऐसा बताया जाता है कि इस व्रत के पुण्य प्रभाव से पांडवों को उनका राज्य वापस मिला था, हांलाकि इसके लिए उनको महाभारत का युद्ध भी लड़ना पड़ा था। व्रत को 14 वर्ष तक लगातार रखने से मनुष्य को हर बीमारियों और बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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