रचनात्मक कार्य के माध्यम से बच्चों ने सीखी हिंदी दिवस की महत्ता
बलिया : जिले के प्रतिष्ठित विद्यालयों में अग्रणी सनबीम स्कूल के बच्चों ने हिंदी दिवस के अवसर पर हिंदी अध्यापिका स्वर्णिमा द्विवेदी,प्रेमा त्रिपाठी और प्रियंका दुबे के साथ विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से इसकी महत्ता को जाना।
विद्यालय के कक्षा 6 और 8 के बच्चों ने इस अवसर पर वाद विवाद प्रतियोगिता, अनुच्छेद लेखन,कार्ड मेकिंग,निबंध लेखन की प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। हिंदी विषय की अध्यापिका स्वर्णिमा द्विवेदी ने बताया कि आज ही के दिन 14 सितम्बर सन् 1949 को संविधान सभा द्वारा हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया। हिंदी विश्व की तिसरी सबसे अधिक बोली या समझी जाने वाली भाषा है।
उन्होंने कहा कि आज प्रायः देखा जाता है कि हिंदी दिवस को सरकारी दिवस की भांति सिर्फ एक दिन मना कर छोड़ दिया जाता है, यहां तक कि आजकल तो हिंदी दिवस की शुभकामनाएं भी लोग अंग्रेजी में लिखकर दे रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है और हिंदी भाषा के लिए नुकसानदायक है।हमारा प्रयास है कि बच्चों के भीतर प्रारम्भ से ही हिन्दी भाषा के प्रति प्रेम और सम्मान रहे आज के कार्यक्रम का यही उद्देश्य है।
By Dhiraj Singh
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