सिकरिया खुर्द हत्याकांड में केस सुलझाने के साथ ही अनाथ बच्चों का सहारा बनी पुलिस
गड़वार (बलिया) पिता की हत्या व मां के जेल में होने से अनाथ हुए पढ़ने की उम्र के पांच बच्चों को पुलिस ने सहारा दिया है। मंगलवार को प्रभारी निरीक्षक संजय शुक्ला ने मृतक बब्लू पासवान के सिकरिया खुर्द स्थित घर पर पहुंच कर सभी के लिए कपड़े, स्कूल जाने वाले तीन बच्चों के लिए स्कूल बैग,बिस्तर समेत राशन अपने हाथों से दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि प्रधान से भी मदद करने के लिए बात किया है। बताते चलें कि स्थानीय थाना क्षेत्र के सिकरियां खुर्द गांव में रविवार की रात बब्लू पासवान की धारदार हंसिया से गर्दन काटकर हत्या कर दी गई व शव को कुएं में फेक दिया गया था।थाना प्रभारी संजय शुक्ला ने तत्परता दिखाते हुए 24 घंटे के अंदर घटना का अनावरण कर दिया था। घटना को अंजाम देने वाले पत्नी पुष्पा एवं प्रेमी सोनू को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया। इससे मृतक के पांच बच्चे (एक पुत्री व चार पुत्र) बेसहारा हो गए। इसमें सबसे बड़ा पुत्र गोलू (16), गजेन्द्र (10), गुंजन (8), नागा (5) व मासूम गौतम ( 2 ) है। जबसे पिता की हत्या हुई और मां जेल गयी, तबसे बच्चे अकेले थे और रोया करते थे। कुछ समय तो पड़ोस के लोगों ने खाना-पीना दिया। इसके बाद कोई नजदीक नहीं आया। वहीं थाना प्रभारी के कार्य प्रणाली से खुश हो कर एसपी एस. आनन्द ने घटना का खुलासा करने वाले प्रभारी निरीक्षक व उनकी पुलिस टीम को 25 हजार रुपए पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
No comments