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जमीन विवाद में खूनी संघर्ष, 4 हजार रुपया के लिए, भाला लेकर हत्या करने गए युवक की हत्या




पटना । जमीनी विवाद में एक कि मौत । पूर्णिया के रूपौली प्रखंड और जमीन विवाद में खूनी संघर्ष का चोली-दमन का साथ है। रूपौली में शायद ही कोई ऐसा दिन होता है, जब जमीन विवाद का मामला थाने में दर्ज नहीं होता हो।पिछले 12 अक्टूबर की रात धूसर गांव में हुई खूनी-संघर्ष के पीछे भी जमीनी विवाद ही बताया जा रहा है। पुलिस भी इसकी पुष्टि कर रही है। इस मामले में मृतक संजय यादव की पत्नी ने मंटू यादव सहित उसके दो बेटों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया है।



बता दें कि 12 अक्टूबर की रात संजय यादव ने सो रहे मंटू यादव और उसके बेटे पर दबिया और भाले से हमला कर दिया था। इस दौरान हो-हल्ला होने के बाद पहुंचे ग्रामीणों ने संजय यादव को चोर समझकर जमकर पिटाई कर दी।


ग्रामीणों की पिटाई से संजय यादव गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे अस्पताल ले जाया जा रहा था। हालांकि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।


चार हजार रुपये के लिए खूनी-खेल


मामले की जांच में जो बात सामने आयी है, वह चौंकाने वाली है। मिली जानकारी के मुताबिक, महज चार हजार रूपये के लिए इतना बड़ा खूनी-खेल हो गया और संजय यादव को अपनी जान गंवानी पड़ी।


यह है खूनी खेल के पीछे की जड़


ग्रामीणों ने बताया कि मंटू यादव ने 2008 में संजय यादव को छह कट्ठा जमीन बेंची थी। इसके एवज में संजय यादव ने मंटू को 24 हजार रुपये दिये थे और कुछ पैसे तोड़े समय बाद देने की बात कही थी।


समय से पैसा नहीं देने पर मंटू ने अपनी जमीन देने से मना कर दिया था। उसने संजय यादव को उसके बीस हजार रूपये भी लौटा दिये थे। उसके अब संजय यादव के चार हजार रूपये बाकी रह गये थे, जिसके लिए लगातार मंटू यादव के यहां कर रहा था।




इधर, पारिवारिक समस्या को लेकर संजय पूरे परिवार के साथ दिल्ली जाकर काम एवं रहने लगा था। वह लगभग तीन साल पहले गांव लौटा था।


इसी बीच उसे मालूम हुआ कि मंटू यादव फिर उस जमीन को बेच रहा है, वह चार हजार रूपये की मांग करने लगा, लेकिन उसे नहीं मिला। बस इस बात को संजय ने अहम की बात बना ली।




ग्रामीण बताते हैं कि इसे लेकर ग्रामीणों ने भी कई बार पहल की कि मंटू उसके चार हजार रूपये लौटा दे और संजय यादव भी चार हजार रूपये की वापस की जिद छोड़ दे, लेकिन किसी ने ग्रामीणों की बात नहीं मानी। इसका नतीजा यह हुआ कि संजय को अपनी जान गंवानी पड़ी।


मंटू यादव एवं मृतक संजय यादव के बीच जमीन विवाद चल रहा था, कुछ इसी कारण यह खूनी संघर्ष हुआ है। मंटू यादव सहित उसके दो पुत्रों को नामजद किया गया है, पुलिस उन्हें तलाश कर रही है।


अजय कुमार, थानाध्यक्ष, टीकापट्टी थाना।

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