मुरली छपरा व बैरिया विकास खंड के 55 ग्राम पंचायतों में स्ट्रीट लाइट पर करोड़ों रुपए खर्च, फिर भी अंधेरा कायम
बलिया : मुरली छपरा व बैरिया विकासखंडों के कुल 55 ग्राम पंचायतों को रोशन करने के लिए लगभग दो करोड़ रुपये पिछले वित्तीय वर्ष में सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों के माध्यम से व्यय किया गया। बावजूद इसके गांवों अंधेरा कायम है। अधिकांश ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने बताया कि एक तो गांवो में पर्याप्त संख्या में स्ट्रीट लाइट लगाया नही गया जो लगाया गया उसकी गुणवत्ता इतनी खराब थी कि लगने के महीने दिन के भीतर ही अधिकांश खराब हो गया। जिसके चलते शासन के मंसा के अनुरूप गांवों के गलियों रास्तो चौबारों में रोशनी नही फैल सकी। ग्रामीणों का कहना है कि लाइट लगाने के नाम पर ग्राम पंचायत में अधिकांश ग्राम प्रधानों व ग्राम पंचायत अधिकारियों द्वारा बड़ा खेल किया गया है एक तो लाइट लगाई नहीं गई जो लगाई गई वह लोकल लाइट थी और बिल ब्रांडेड का भुगतान किया गया।
इस संदर्भ में कुछ प्रधानों से पूछा गया की ब्रांडेड लाइट लगी है तो इसकी वारंटी की निर्धारित तिथि होती है उसको आप लोग बदलवा क्यों नहीं रहे हैं कंपनी वारंटी पीरियड में बिना किसी चार्ज के लाइटों को ठीक करवाती है जिस प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी चुप्पी साध ले रहे हैं। इस संदर्भ में मुरली छपरा के खंड विकास अधिकारी शैलेंद्र कुमार मुरारी से पूछने पर बताया मेरा स्थानांतरण यहाँ से हो गया मैं इस संदर्भ में कुछ नही कर सकता। ज बैरिया के खंड विकास अधिकारी एसपी सिंह से जब जागरण ने पूछा कि दीपावली आ रही है करोड़ो खर्च के बाद गांवो में अंधेरा ही है तो ऐसे गांवो को कैसे रोशन करेंगें तो उन्होंने ने बताया कि तत्काल ग्राम पंचायत अधिकारियों को निर्देशित कर रहा हूँ कि गांवो के खराब स्ट्रीट लाइटों को तत्काल ठीक कराकर सूचित करें ऐसा नहीं करने पर सबंधित ग्राम पंचायत अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाई की जाएगी।
By- Dhiraj Singh
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