पकड़ी धाम से मिली औषधि तो ठीक हुई गीता की खून चढ़ाने की बीमारी
बलिया। आज भी प्रकृति कई ऐसे गूढ़ रहस्य हैं, जिसे सुलझाने में विज्ञान और मेडिकल साइंस को लोहे के चने चबाने पड़ते हैं, लेकिन इन गुढ़ रहस्यों और इनसे उपजी समस्याओं का समाधान पकड़ी धाम स्थित मां काली के मंदिर में भक्तों की हाजिरी लगाने मात्र से हो जाता है। कुछ ऐसा ही वाकया गाजीपुर जिले के कुडे़सर निवासी मुनि लाल की पत्नी गीता है,जिसे लंबे समय से खून नहीं बनने की बीमारी ने जकड़ लिया था और उसे हर महीने खून चढ़ाना पड़ता था।
इससे मुनि लाल और उसका परिवार काफी परेशान रहता था। उन्होंने गीता का उपचार बीएचयू समेत गाजीपुर, बलिया और अन्य कई बड़े अस्पतालों में उपचार कराया, लेकिन गीता की बीमारी ठीक नहीं हुई।
अंत में किसी के सुझाव पर दोनों ने पकड़ी धाम में स्थित मां काली के मंदिर में हाजिरी लगाई और मां के दरबार में अपनी व्यथा पुजारी राम बदन भगत को सुनाई। पुजारी द्वारा दी गई औषधियों और जड़ी-बूटी के सेवन के उपरांत आज गीता को करीब पांच बाद भी खून चढ़ाने की नौबत नहीं आई और वह बीमारी से निजात पाकर हंसी-खुशी जीवन व्यतीत कर रही है।
डेस्क
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