पुजारी द्वारा दिए गए जलकुंभी के फल से ठीक हुई कैंसर की बीमारी
बलिया। बिहार के आरा जिला के सुल्तानपुर निवासी निजामुद्दीन की पत्नी नजमा खातून को जब कैंसर की लाइलाज बीमारी ने पकड़ा और डॉक्टर ने घर ले जाकर सेवा करने की सलाह दी तब पकड़ी धाम काली मंदिर के पुजारी राम बदन भगत द्वारा दी गई जड़ी बूटियों और जलकुंभी के फल के सेवन से कैंसर की बीमारी दूर हो गई।
नजमा के पति निजामुद्दीन ने बताया कि उसकी पत्नी को जब कैंसर जैसी असाध्य बीमारी ने जकड़ लिया तो उसका शरीर धीरे-धीरे कमजोर होने लगा। इतना ही नहीं उसे सांस लेने में परेशानी भी होने लगी। इसके अलावा जब वह कुछ दूर पैदल चलती तो थक हारकर रास्ते में ही गिर जाती है। डॉक्टरों के मुताबिक उसके बचने की उम्मीद ना के बराबर थी तो नजमा के परिजनों ने पहले तो पटना के नामी-गिरामी अस्पतालों में उपचार कराया, लेकिन लाभ नहीं होने पर बिना समय गवाएं सीधे महज मां काली के दरबार में हाजिरी लगाई, जहां पुजारी रामबदन भगत द्वारा दी गई जड़ी-बूटियों और जलकुंभी के फल का 40 दिनों तक सेवन कर नजमा कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को मात देने के साथ ही पूर्णतया ठीक हो गई है। इसकी तस्दीक पीड़िता नजमा ने स्वयं की और इसे मां काली का आशिर्वाद बताया।
डेस्क
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