जाते-जाते दुकानदारों की आमदनी में और इजाफा कर गया ददरी, अब 2024 में होगी मुलाकात
बलिया। नई परंपरा और नए प्रयोगों के साथ करीब 22 दिन तक चला ऐतिहासिक ददरी मेला का सोमवार को समापन हो गया। विदाई की बेला में अंतिम दिन मेला देखने के लिये लोगों की भारी भीड़ उमड़ी रही, जिससे जाते-जाते दुकानदारों की आमदनी में और इजाफा हो गया।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान के साथ 27 नवम्बर से शुरु ददरी मेला को कई बार उतार-चढ़ाव के दौर से गुजरना पड़ा, लेकिन मेला में लोगों की आवक समापन की तिथि नजदीक आने के साथ ही बढ़ती गई, जिससे दुकानदारों के चेहरे चमकते दिखें। कार्तिक पूर्णिमा के तत्काल बाद ही रविवार की अवकाश था, लिहाजा मेलार्थियों की भीड़ से दुकानदारों की बल्ले-बल्ले रही। इसके बाद कुछ दिनों तक मेला को सजने-संवरने में समय लगा और फिर मेला पूरी तरह अपनी रौ में आ गया। मौसम ने भी साथ दिया और रविवार के अलावा अन्य दिनों में भी काफी भीड़ उमड़ी। अंतिम दिन बुधवार को भी मेला में पूरे दिन चहल-पहल रही। लोगों ने चर्खी-झूला पर बैठने के साथ ही लजीज व्यंजनों का आनंद लिया।
By- Dhiraj Singh
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