सनबीम की जमीं पर एक साथ उतरे आसमान के सभी सितारे और नृत्य से बिखेरा इंद्रधनुष के सारे रंग
बलिया। मौका था सनबीम स्कूल बलिया के वार्षिकोत्सव का जहाँ चाँद की धवल रोशनी में नन्हे-मुन्ने अगणित सितारों ने नृत्य और संगीत के माध्यम से धरती पर अपनी अद्भुत छटा बिखेर दी । ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे आसमान के सारे सितारे एक साथ ही सनबीम स्कूल के प्रांगण में परस्पर झिलमिला उठे हो।
सनबीम स्कूल बलिया प्रत्येक वर्ष अपना बार्षिकोत्सव जेनसिस मनाता आ रहा है। बच्चों मे नृत्य एंव गायन के प्रति रूझान और उत्साह बना रहे और साथ ही भारतीय संस्कृति की इन महत्वपूर्ण विधाओं से छात्रों को शिक्षित करा उनका सर्वांगीण विकास कराया जा सके। हर वर्ष एक नए ज्वलंत मुद्दे या थीम को दृष्टिगोचर रखते हुए उसी को आधार बनाकर पूरा कार्यक्रम डिजाइन किया जाता है।
सनबीम स्कूल बलिया का ये छठवां वार्षिकोत्सव *"जेनसिस छांव - 2023, द शेड आफ प्रोग्रेसिव सोसायटी"* संपूर्ण हर्षोल्लास से मनाया गया। कार्यक्रम का मुख्य बिन्दु छात्रों को प्रोग्रेसिव सोसायटी के साकारात्मक और नकारात्मक पहलूओं से रूबरू कराना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रोफेसर संजीत कुमार गुप्ता कुलपति जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया के कर कमलों द्वारा तुलसी वेदी के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ।
आओ पधारो गीत व यादें नृत्य से बच्चों ने उनका स्वागत किया। वाद्य यंत्रों के ध्वनियों पर बच्चों की थिरकन व मनभावन नृत्य, भाव - भंगिमाएं, चमत्कृत करते पिरामिड, एशियन गेम्स संग विविध प्रस्तुतियों के अनूठी शैली ने ऐसा समां बांधा कि दर्शक समाप्ति तक कार्यक्रम का रसास्वादन करते रहे। उनके करतल ध्वनियों से समग्र परिसर गूंजता रहा।
लय - सुर के संयोजन से बच्चों की मनोहारी प्रस्तुति व उनके परिधानों की धवलता व इंद्रधनुषी आभा मानो सितारे बनकर रात्रि के तिमिर में जगमगाते प्रकाश पर भारी पड़ गए हों। वसुधैव कुटुंबकम् व पंचतत्व की प्रस्तुति से बच्चों ने सभी को प्रकृति से जोड़ते हुए संपूर्ण मानव जाति में एकता व भाईचारे का संदेश दिया। वर्षपर्यंत चले विविध खेलों व क्रियाकलापों में विजेता छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। साथ ही बीसीएस प्रशिक्षित शिक्षकों को भी प्रशस्ति पत्र दिया गया।
बलिया के गौरवशाली इतिहास को प्रतिबिंबित करती चिरप्रतीक्षित विद्यालय की पत्रिका *"हमार बलिया"* का विमोचन भी मुख्य अतिथि के द्वारा किया गया । विद्यालय के प्रबंध तंत्र ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह व शाल देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में पधारे पत्रकारों को डायरी व कलम भेंट की गई।
मुख्य अतिथि ने विद्यालय के उच्च स्तरीय चाक-चौबंद व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए बच्चों को अध्ययन के साथ-साथ विकास के विभिन्न आयामों पर चलने के लिए प्रेरित किया। उन्हें बहुमुखी प्रतिभा बनने का मंत्र दिया। विद्यालय के अध्यक्ष संजय पांडेय व सचिव अरुण सिंह ने बच्चों के परिश्रम व योगदान की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। इस अवसर पर वाराणसी सनसिटी सनबीम की प्रधानाचार्या अर्चना सिंह व सनबीम वरूणा की हेड साधना सिंह भी मौजूद रहीं।
विद्यालय के निदेशक डॉ कुॅंवर अरुण सिंह ने विद्यालय की उपलब्धि को रेखांकित करते हुए बच्चों को आधुनिक धारा से युक्त उत्तरोत्तर विकास पर प्रकाश डाला और अभिभावकों की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए धन्यवाद देते हुए कहा कि - आज शिक्षा के साथ ही जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में छात्रों की उपलब्धियों के शिखर पर चढ़ते ग्राफ में हमारे साथ-साथ अभिभावकों का भरोसा, सहयोग और दृढ़संकल्पिता भी उतनी ही प्रसंशनीय है ।
प्रधानाचार्या डॉ अर्पिता सिंह ने कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्त कोऑर्डिनेटर्स, शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की। संचालन विद्यालय के विद्यार्थियों रुद्रांश,पार्थ,जान्हवी, स्वरूपा,समृद्धि व शौर्य ने किया। अंत में विद्यालय के एडमिन एस के चतुर्वेदी ने कार्यक्रम में आए अतिथियों व अभिभावकों का आभार व्यक्त किया।
By- Dhiraj Singh
No comments