संत विश्वनाथ दास की 104 वीं जयंती पर उन्हें दी गई श्रद्धांजलि
रेवती (बलिया) पचरूखा गांव निवासी क्षेत्र के समाजसेवी व संत विश्वनाथ दास की 104 वीं जयंती पर दो संस्थाओं में अलग अलग आयोजित समारोह में उनको श्रद्धांजलि दी गई।
संत विश्वनाथ दास बालिका उ मा विद्यालय पचरूखा गायघाट में जनार्दन चतुर्वेदी की अध्यक्षता में आयोजित समारोह को संबोधित करते बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री रामगोविन्द चौधरी के प्रतिनिधि रंजीत चौधरी ने उन्हें क्षेत्र का मालवीय बताया। कहा कि जब यह श्रेत्र हर तरह से सुविधाओं से वंचित था ऐसे में स्व. संत जी ने इस विद्यालय की स्थापना कर बालिकाओं की शिक्षा की नींव रखी। पी डी इन्टर कालेज व अन्य कई विद्यालय उनके प्रयास से शिक्षा की अलख जगा रहें हैं। इस दौरान प्रधानाचार्य अभिलाषा प्रिया,बिहारी पांडेय,डा. एस बी यादव, अवधेश पांडेय, उदयशंकर सिंह आदि रहे।
पी डी इन्टर कालेज में पूर्व प्रमुख पदुमदेव पाठक की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में उपस्थित वक्ताओं ने स्व. संत जी को समाजसेवी बताते हुए उनके कृतित्व व व्यकृत्व पर प्रकाश डाला। बताया गया कि कुछ लोगों द्वारा उनकी असहायों की सेवा नही देखा गया। 18 अगस्त सन 1982 में उनकी हत्या कर दी गई। आज संत जी मर कर भी अमर है। इसके पूर्व मठियागढ़ी सेवा आश्रम में सुंदर कांड का पाठ व भंडारा आयोजित किया गया। इस दौरान प्रधानाचार्य कृष्ण देव मिश्र, पुनीत पाठक,धनंजय सिंह, अजय ओझा, रंजीत ओझा, राजू सिंह आदि मौजूद रहे।
पुनीत केशरी
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