मां के आशीर्वाद से रुंधे गले में गूंजीं किलकारियां
बलिया। इसे चमत्कार कहे या मां काली की कृपा, लेकिन हैं हकीकत तभी तो बिहार के बक्सर जनपद के दीवान के बड़का गांव निवासी हरिनारायण पासवान पुत्र बीरेंद्र पासवान को जब मेडिकल साइंस ने बोलने में अक्षम होने की बात कह कर निराश कर दिया था तब पकड़ी काली धाम की काली मां की कृपा और मंदिर के पुजारी रामबदन भगत द्वारा दिए गए औषधि के प्रभाव से उसके रुंधे गले से आवाज आने लगी।
बेटे के ठीक होने के बाद वीरेंद्र अपनी पत्नी उर्मिला के साथ जब मां काली के दरबार में पूजा चढ़ाने आया तो उसने बताया कि बच्चे की आवाज की चाह में उसने तमाम बड़े चिकित्सकों के पास गई और इलाज कराया, लेकिन हर जगह उसे निराशा हाथ लगी। इसके बाद तो उसने उम्मीद ही छोड़ दी। इसी दौरान किसी ने उसे पकड़ी स्थित काली मंदिर जाने की सलाह दी। तब वह पकड़ी धाम स्थित काली मंदिर पहुंचा और मंदिर के पुजारी और मां काली के अनन्य उपासक रामबदन भगत से अपनी समस्या बताई। उसकी व्यथा सुन पुजारी ने पहले उन्हें मां का प्रसाद दिया और औषधियां देते हुए डेढ़ माह तक उसके नियमित प्रयोग की सलाह दी। इसके बाद मानों चमत्कार सा हुआ हुआ और उसका बेटा बोलने लगा।
डेस्क
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