आस्था : भागवत कथा जीने की कला सिखाती है : रामनारायणाचार्य जी महाराज
गड़वार (बलिया)बरवां गांव में चल रहे रुद्र महायज्ञ के चौथे दिन शनिवार को प्रवचन सुनने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान श्रद्धालुओं ने हर हर महादेव,जय श्री राम,धर्म की जय हो,अधर्म का नाश हो आदि गगनभेदी जयकारों से वातावरण भक्तिमय बना दिया। वहीं परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। पं०पिन्टू बाबा के आचार्यात्व में वाराणसी से पधारे आचार्य गणों द्वारा किए जा रहे वैदिक मंत्रों के उच्चारण से पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। वहीं बक्सर से पधारे प्रख्यात कथा वाचक रामनारायणचार्य जी महाराज ने रामचरित मानस का बखान करते हुए कहा कि भगवान को पाने के लिए मन और चरित को भगवान के चरणों में समर्पित करना होगा। भागवत कथा जीवन जीने की कला सिखाती है। कथा सुनने से मन को शांति मिलती है। पीड़ा से मुक्ति मिलती है एवं सच्चे सुख का मार्ग प्रशस्त होता है। भगवान शंकर ने कर्म फल दायक को संरक्षित कर रखा। इस जीवन में अच्छे कर्म कर प्राणी हमेशा के लिए जन्म मृत्यु से मुक्ति पाकर परमधाम को प्राप्त कर सकता है। काम,क्रोध, लोभ एवं मोह का त्याग कर ईश्वर की ओर ध्यान देना चाहिए। आयोजक मंडल द्वारा यज्ञ मंडप में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए विशेष इंतजाम किया गया है।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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