नहीं बन रहा था खून, प्रसाद के चमत्कार से स्वस्थ हुआ हरेराम
बलिया। यह सुनने में अटपटा जरूर हो सकता है, लेकिन किसी आश्चर्य से कम नहीं। तभी कि बलिया जिले के इंदरपुर निवासी हरे राम के शरीर में खून नहीं बन रहा था और जीने के लिए अलग-अलग अस्पतालों में चिकित्सकों में 120 यूनिट खून भी उसे चढ़ाया था, लेकिन बीमारी लगातार बढ़ती ही जा रही थी। अंत में डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए ,तब पकड़ी धाम स्थित काली मंदिर के पुजारी राम बदन भगत द्वारा दिए गए मां के प्रसाद ने चमत्कार दिखाया और हरे राम की जिंदगी में नया सवेरा हुआ।
अपनी पत्नी पूनम देवी और बच्चे के साथ मां काली की पूजा करने आए हरे राम ने बताया कि अचानक उसके शरीर में खून बना बंद हो गया। स्थानीय स्तर पर चिकित्सकों से दिखाया तो उन्होंने वाराणसी जाने की सलाह दी। कुछ दिन वाराणसी के एक मशहूर अस्पताल में उपचार के उपरांत चिकित्सकों ने रेफर कर दिया फिर लखनऊ में इलाज हुआ, लेकिन वहां भी खून बनने की प्रक्रिया सही नहीं हो पाई। बताया कि इस दौरान उसे करीब 120 यूनिट रख अलग-अलग अस्पतालों में चढ़ाया गया। रक्त चढ़ाने की प्रक्रिया पहले एक महीने पर फिर एक सप्ताह पर फिर 3 दिन पर हो गई थी, लेकिन कोई राहत नहीं मिल रही थी। इसी दौरान वह अपने परिवार के साथ पकड़ी धाम स्थित मां काली के मंदिर में आया और पुजारी रामबदन भगत से अपनी आप बीती सुनाई। पुजारी राम बदन भगत ने उसे मां की पूजा करने और प्रसाद ग्रहण करने के साथ ही कुछ औषधीयां दी और उनके सेवन की बात कही। हरे राम ने बताया कि इसके बाद तो मानों चमत्कार हुआ और अब 4 महीने बीत गए हैं, लेकिन एक बोतल भी खून चढ़ाने की नौबत नहीं आई है और वह पूरी तरह से स्वस्थ महसूस कर रहा है।
डेस्क
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