लोकरंग उत्सव की दूसरी शाम लौंडा नाच, बेटी वियोग नाटक और सुप्रसिद्ध लोकगीत गायिका रिंकी पांडेय के नाम रहा
बलिया : लोकरंग उत्सव की दूसरी शाम लौंडा नाच, बेटी वियोग नाटक और सुप्रसिद्ध लोकगीत गायिका रिंकी पांडेय के नाम रहा । रविवार की शाम गंगा बहुउद्देशीय सभागार में लोक कलाओं का अद्भुत संगम दिखा । कलाकारों द्वारा प्रस्तुत अभिनय,नृत्य और संगीत की सरिता में देर रात तक कला प्रेमी गोता लगाते रहे। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से संकल्प साहित्यिक ,सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था बलिया द्वारा आयोजित लोकरंग उत्सव के दूसरे दिन की शुरुआत लोकगीत गायन प्रतियोगिता में चयनित कलाकारों की प्रस्तुति से हुई तत्पश्चात विलुप्त हो रही लोक विधा डफरा वादन एवं नृत्य ने अतीत की याद ताजा की । इसके बाद मंच संभाला लोकगीत गायक शैलेंद्र मिश्र ने। शैलेन्द्र ने होली गीतों के विविध रंगों से दर्शकों को सरोबार किया। उनके गीतों पर दर्शक झूमते रहे । अगली कड़ी में पटना से आए कुमार उदय सिंह ने जब लौंडा नाच प्रस्तुत किया तो लोग उन्हें एक टक देखते रहे । उनके हरेक अदाओं पर दर्शकों ने खूब ताली बजाई। 'खाई के मगहिया पान ए राजा हमरो जान लेब का हो' पर कुमार उदय ने अपना नृत्य प्रस्तुत किया तो लोग वाह वाह कर उठे। कुमार उदय सिंह को लौंडा नाच के लिए भारत सरकार द्वारा उस्ताद बिस्मिल्लाह खान पुरस्कार, भिखारी ठाकुर सम्मान एवं अन्य सम्मान जैसे दर्जनों सम्मान तो मिले ही है उनके जीवन के ऊपर लिपस्टिक बॉय नाम से फिल्म बन चुकी है । उस फिल्म में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने अपनी आवाज दी है। कुमार उदय के बाद पटना से ही आई सुप्रसिद्ध लोकगीत गायिका रिंकी पांडेय ने लोक और अपनी मिट्टी से जुड़ी विभिन्न विद्या के गीतों को सुना कर दर्शकों को कभी गुदगुदाया तो कभी भाव विभोर कर दिया। 'अंगूरी में डसले बिया नगीनिया रे ' और बेटी विदाई गीत को दर्शकों ने खूब पसंद किया। रिंकी पाण्डेय के आवज की जादू दर्शकों के सर चढ़ कर बोला । अरविंद उपाध्याय के गीतों को भी दर्शकों ने सराहा। लोकरंग कार्यक्रम के अंतिम कड़ी में महान लोक कलाकार भिखारी ठाकुर की अमर कृति बेटी वियोग को प्रस्तुत किया। प्रस्तुति इतनी शानदार रही कि दर्शक देर तक खड़े होकर ताली बजाते रहे । इसका निर्देशन राष्ट्रीय नाटक विद्यालय वाराणसी की छात्र रही ट्विंकल गुप्ता ने किया । कलाकारों ने अपने शानदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया। दहेज के कारण होने वाले अनमेल विवाह को दर्शाता यह नाटक दर्शकों को देर तक हंसता रहा और अंत में ऐसा रुलाया कि सबकी आंखें नम हो गईं। नाटक में ट्विंकल गुप्ता , आनंद कुमार चौहान ,अनुपम पांडेय , रितेश पासवान , आयुषी तिवारी की शानदार भूमिका रही।जन्मेजय वर्मा, राहुल चौरसिया, कुमार धैर्य ,यश गुप्ता ,खुशी ,शालिनी गुप्ता,आदित्य ,मौसम ,अकाश ,अमन, प्रिया ,रोशनी ,निशिता, श्रेया, खुशी ,लकी पांडे, गुड़िया, भाग्यलक्ष्मी ,आलिया विश्वकर्मा, सुशील केसरी, आलोक कुमार यादव, ऋषभ की भूमिका भी सराहनीय रही। नाटक में नितेश ने हारमोनियम वादन और पार्श्व गायन किया। संगीत निर्देशक कृष्ण कुमार यादव मिट्ठू ने अपने संगीत और गायन से नाटक को उंचाई प्रदान किया। मेकअप स्मिता पाण्डेय और ट्विंकल गुप्ता ने किया। संस्था की ओर से सभी कलाकारों और इस कार्यक्रम के सहयोगियों को अंगवस्त्र और प्रतिक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
दर्शक दीर्घा में लंदन से आए सहतवार निवासी अजय बाबू सिंह और कैथरीन सिंह विदेशी मेहमानों ने लोकरंग उत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बना दिया। ए डी आर एम मुरादाबाद निर्भय नारायण सिंह की गरिमामयी उपस्थित रही । डॉ अखिलेश सिनहा , डॉ राजेंद्र भारती , जयश मिश्र, कौशल कुमार उपाध्याय, अशोक कंचन जलालपुरी , पूर्व प्रधान स्मृति सिंह , दिप्ती सिंह ,सुशील त्रिपाठी ,उपेंद्र सिंह, डॉक्टर भवतोष पांडेय, अरविंद गुप्ता सुधीर सिंह, अनुराग सिंह, प्रदीप यादव, मनोज शर्मा, अखिलेश सिंह, शक्ति सिंह, प्रमोद सिंह ,सुरेश वर्मा ,धनंजय शर्मा ,धनंजय सिंह बिसेन, आदित्य यादव ,अजीत सिंह, आशुतोष सिंह ,छोटू सिंह इत्यादि गणमान्य उपस्थित रहे । गंगा बहुउद्देशीय सभागार का हाल कार्यक्रम के अंत तक भरा रहा । संकल्प के सचिव आशीष त्रिवेदी ने सबके प्रति आभार व्यक्त किया उमेश कुमार सिंह ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया ।
By- Dhiraj Singh
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