असंतुलित पर्यावरण व गांवों से युवाओं का पलायन सबसे बड़ी समस्या है : एडीआरएम निर्भय नारायण सिंह
बलिया : रेलवे का निजीकरण नही हो सकता क्योंकि रेलवे कोई फायदे के लिए नही चलाई जाती बल्कि जनता की सुविधा के चलाने वाला एक मंत्रालय है। प्रकृति को असंतुलित होने से बचाने के लिए पेड़ो को लगाना आवश्यक है। देहातो में पढ़ाई करके भी युवा उच्च पदों पर नौकरी प्राप्त कर सकते है।शिक्षा से परिवार का विकास संभव है।
उक्त बाते है एडीआरएम मुरादाबाद निर्भय नारायण सिंह के जो अपने अपने पैतृक आवास अघैला में होली मिलन के दौरान पत्रकारों से कही।
एडीआरएम मुरादाबाद निर्भय नारायण सिंह ने अपने पैतृक आवास अघैला में होली मिलन कार्यक्रम रविवार के दिन किया। पत्रकारों से बातचीत में बताया कि हमारे जिले के युवाओं के नौकरी के लिए गांवों से पलायन,शिक्षा,स्वास्थ्य और असंतुलित पर्यावरण बड़ा समस्या है।इसके लिए कुछ करने की जरूरत है। मैने असंतुलित पर्यावरण के लिए 20000 फलदार पेड़ो को विभिन्न गावो में लगाने का लक्ष्य रखा है।जिसमे हजारों की संख्या में मैंने फलदार वृक्ष कुछ गांवो में लगा भी चुका हु। कहा कि हमारे जिले में शिक्षा का अभाव जरूर है। पर मेहनत करने वाले देहातो में पढ़ने वाले युवा भी अच्छी नौकरी पा सकते है। इसके लिए शहर का कांवेंट स्कूल में पढ़ना ही जरूरी नहीं। अभिभावकों से अपील किया कि बच्चो को पढ़ाने में कोताही न करे। और काम में भले कटौती करे पर बच्चो के पढ़ाई में कोई कोताही न करे। कहा कि मैंने कोरोना काल में जिले भर में आक्सीजन की व्यवस्था कराया था।बिना किसी चाह के समाज की सेवा जारी रहेगी।
By- Dhiraj Singh
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