व्यक्ति की दुर्बुद्धि दूर करने का सबसे बड़ा महामंत्र है गायत्री मंत्र: श्रीमान सिंह
गड़वार (बलिया) अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट बलिया द्वारा स्थानीय कस्बा के चित्रा विहार सती माता स्थान पर चल रहे चार दिवसीय युवा चेतना जागृति अभियान व नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ के प्रथम दिन मंगलवार को सायं कालीन वेला में पावन प्रज्ञा पुराण कथा के माध्यम से मनुष्य के अंदर देवत्य का उदय और धरती पर "स्वर्ग का अवतरण कैसे हो" इस पर विस्तार से चर्चा शांतिकुंज से पधारे मनीषी श्रीमान सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि आज की सारी समस्याओं का एक ही कारण है दुर्बुद्धि,और दुर्बुद्धि से व्यक्ति की दुर्गति होती है। इसे दूर करने के लिए गायत्री मंत्र सबसे उपयुक्त मंत्र है। सद्बुद्धि का मंत्र है। जब व्यक्ति के पास सद्बुद्धि होगी तो उसकी सारी समस्याओं का समाधान हो जाएगा,इसलिए आज की सभी समस्याओं के समाधान के लिए ईश्वरी अनुशासन को जीवन में उतरना ही समस्याओं का हल है। उन्होंने युवाओं को आह्वान करते हुए कहा कि देश की दिशा और धारा को बदलने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता है। वह ऊर्जा युवाओं में पायी जाती है। इसलिए युवाओं के अंदर व्यक्तित्व प्रबल होनी चाहिए जिससे कि एक नए भारत का निर्माण किया जा सके। बताया कि संकट में भी ईश्वर के प्रति मन,कर्म और वचन से समर्पित होना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन मुख्य प्रबंध ट्रस्टी अनिल श्रीवास्तव ने किया।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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