बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का निधन, दिल्ली AIIMS में चल रहा था इलाज, पीएम मोदी सहित देशभर के नेताओ ने दी श्रधांजलि
नई दिल्ली : बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का निधन, दिल्ली AIIMS में चल रहा था इलाज, पीएम मोदी सहित देशभर के नेताओ ने दी श्रधांजलि ।बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का सोमवार देर रात निधन हो गया। वह लंबे समय से गले में कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। सुशील मोदी का दिल्ली AIIMS में इलाज चल रहा था।सुशील मोदी ने पिछले महीने ही सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से गले के कैंसर होने का खुलासा किया था। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा था, "पिछले 6 महीने से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूं। अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है। लोकसभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊंगा।
PM मोदी को सब कुछ बता दिया है, देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित। चारों सदनों के सदस्य रह चुके हैं सुशील मोदी सुशील मोदी बिहार की राजनीति में बड़ा नाम है। राज्य में उन्हें बीजेपी का बड़ा नेता माना जाता है। बीजेपी नेता सुशील मोदी लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा और विधान परिषद चारों सदनों के सदस्य रह चुके हैं।
हालांकि इस साल उन्हें राज्यसभा नहीं भेजा गया। उन्होंने 2004 के लोकसभा चुनाव में भागलपुर से जीत हासिल की थी, लेकिन बिहार में नीतीश के साथ सरकार बनाने के बाद उन्होंने संसद से इस्तीफा दे दिया था और फिर 2005 से 2013 तक बिहार सरकार में लगातार उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री बने रहे। उसके बाद नीतीश आरजेडी के साथ चले गए तो वह विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष भी बने। उसके बाद जब नीतीश कुमार ने एनडीए में वापसी की तो एक बार फिर वह डिप्टी सीएम बने।
राज्यसभा का कार्यकाल भी हो चुका खत्म कई बार ऐसे हालात बने कि कहा जाने लगा सुशील मोदी को बीजेपी ने साइडलाइन कर दिया है। साल 2020 में रामविलास पासवान के निधन से खाली हुई राज्यसभा सीट से सुशील मोदी को राज्यसभा भेज दिया गया था। हालांकि राज्यसभा में उनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है और उन्हें दोबारा राज्यसभा नहीं भेजा गया। छात्रनेता से शुरू किया था राजनीतिक सफर सुशील मोदी ने अपना राजनैतिक करियर पटना यूनिवर्सिटी से छात्र नेता के रूप में शुरू किया था।
उसके बाद 1973 में वह पीयू छात्रसंघ महासचिव बने। उन्होंने 1974 में बिहार छात्र आंदोलन का नेतृत्व किया था। जेपी आंदोलन और आपातकाल के दौरान उन्हें पांच बार गिरफ्तार किया गया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में MISA की संवैधानिक वैधता को चुनौती दी थी, जिसके बाद MISA की धारा 9 को असंवैधानिक करार दिया गया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के निधन पर शोक जताया और कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (GST) पारित होने में उनकी सक्रिय भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी।सुशील मोदी पिछले कुछ समय से कैंसर से जूझ रहे थे। उनका सोमवार रात निधन हो गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "पार्टी में अपने मूल्यवान सहयोगी और दशकों से मेरे मित्र रहे सुशील मोदी जी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उन्होंने कहा कि बिहार में भाजपा के उत्थान और उसकी सफलताओं के पीछे उनका अमूल्य योगदान रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपातकाल का पुरजोर विरोध करते हुए, उन्होंने छात्र राजनीति से अपनी एक अलग पहचान बनाई थी और वह बेहद मेहनती व मिलनसार विधायक के रूप में जाने जाते थे।
उन्होंने कहा कि राजनीति से जुड़े विषयों को लेकर उनकी समझ बहुत गहरी थी। उन्होंने एक प्रशासक के तौर पर भी काफी सराहनीय कार्य किए। जीएसटी पारित होने में उनकी सक्रिय भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं।
पीएम के अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों एवं बिहार के तमाम नेताओं ने शोक संवेदन प्रकट की है।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने लिखा कि हमारे वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी जी के निधन की सूचना से आहत हूं। आज बिहार ने राजनीति के एक महान पुरोधा को हमेशा के लिए खो दिया। एबीवीपी से भाजपा तक सुशील जी ने संगठन व सरकार में कई महत्त्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया। उनकी राजनीति गरीबों व पिछड़ों के हितों के लिए समर्पित रही। उनके निधन से बिहार की राजनीति में जो शून्यता उभरी है, उसे लंबे समय तक भरा नहीं जा सकता। दुख की इस घड़ी में पूरी भाजपा उनके शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि 'स्व.सुशील कुमार मोदी जेपी आंदोलन के सच्चे सिपाही थे. उपमुख्यमंत्री के तौर पर भी उन्होंने हमारे साथ काफी वक्त तक काम किया. मेरा उनके साथ व्यक्तिगत संबंध था और उनके निधन से मैं मर्माहत हूं.'
सीएम ने आगे कहा कि 'मैंने आज सच्चा दोस्त और कर्मठ राजनेता खो दिया है. उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. मुख्यमंत्री ने ईश्वर से कामना की है कि स्व. सुशील कुमार मोदी के परिजनों, समर्थकों और प्रशंसकों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करें.'
छात्र जीवन से ही थी दोस्ती
बता दें कि सीएम नीतीश कुमार छात्र जीवन से सुशील कुमार मोदी से परिचित थे. समाजवादी नेता जेपी के साथ सक्रिय राजनीति में दोनों की एंट्री हुई थी. जेपी के आंदोलन में सक्रिय थे. उस समय से सीएम नीतीश और सुशील कुमार मोदी की दोस्ती रही है. बिहार एनडीए की सरकार में सीएम नीतीश के साथ डिप्टी सीएम के रूप में सुशील मोदी काम कर चुके हैं. उस समय उनके पास वित्त मंत्रालय रहा. इस एनडीए सरकार का कार्यकाल शानदार रहा.
वहीं, सुशील कुमार मोदी लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे. चुनाव से पूर्व सुशील कुमार मोदी ने गले के कैंसर के होने की सूचना देते हुए चुनाव से खुद को दूर रहने की जानकारी दी थी. इस दौरान उनकी तस्वीर भी सामने आई थी. इसमें वो काफी बीमार दिख रहे थे. वहीं, इस सूचना के बाद पूरे बिहार में शोक का माहौल हो गया है. बिहार बीजेपी को बड़ी क्षति हुई है.
डेस्क
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