विश्व तंबाकू निषेध दिवस : वैश्विक हार्ट अटैक के लिए धूम्रपान भी एक कारक है : डा०अमित वर्मा
गड़वार (बलिया) तम्बाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए जानलेवा हो सकता है। धूम्रपान मानसिक स्वास्थ्य के साथ ही शारीरिक सेहत पर भी नकारात्मक असर डालता है। धूम्रपान व तंबाकू के नकारात्मक प्रभाव को जानते हुए भी दुनियाभर में बड़ी संख्या में लोग किसी न किसी रूप से तंबाकू का सेवन करते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 1987 में तंबाकू निषेध दिवस मनाने का फैसला लिया। इसका कारण था उस दौर में तंबाकू के सेवन से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होना। अगले वर्ष यानि 1988 में पहली बार विश्व तंबाकू निषेध दिवस अप्रैल माह में मनाया गया। हालांकि बाद में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मई माह में मनाया जाने लगा। इस संबन्ध में जानकारी देते हुए सीएचसी रतसर के चिकित्साधिकारी डा०अमित कुमार वर्मा ने बताया कि धूम्रपान करने से धमनियां कमजोर होने लगती है और कोरोनरी हार्ट डिजीज और स्ट्रोक हो सकता है। शोध के द्वारा जानकारी मिली कि पिछले कुछ वर्षो में वैश्विक स्तर पर बढ़े हार्ट अटैक के लिए धूम्रपान को भी एक संभावित कारक बताया गया है। इसके अलावा तम्बाकू का उपयोग से कैंसर या फेफड़े की बीमारी भी हो सकती है। प्रत्येक वर्ष विश्व तंबाकू दिवस पर एक खास थीम तय की जाती है। इस वर्ष तंबाकू निषेध दिवस की थीम "बच्चों को तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना है"
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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