स्थानीय स्तर सुनवाई नही होने पर पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक व पुलिस महानिदेशक लखनऊ को चोरी की शिकायती पत्र भेजा
मनियर, बलिया। मनियर नगर पंचायत के वार्ड नंबर 5 नजदीक रिलायंस टावर निवासिनी पूर्णिमा देवी पत्नी सुभाष सिंह ने पुलिस अधीक्षक बलिया को लगभग एक लाख रुपए की गहना चोरी के संबंध में डाक द्वारा शिकायती पत्र दिया है ।इसकी कॉपी पुलिस महानिदेशक लखनऊ को भी भेजी है। पूर्णिमा देवी ने आरोप लगाई है कि इसकी शिकायत मैं मनियर थाने पर किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई ।उन्होंने शिकायती पत्र में दर्शाया है कि प्रार्थिनी की ससुराल नगर पंचायत मनियर वार्ड नंबर 5 नजदीक रिलायंस टावर थाना मनियर जनपद बलिया में है ।वह अपने पति के साथ कानपुर में रहती है। प्रार्थिनी अपना पूरा गहना स्त्री धन ससुराल वाले घर के बक्से में रखकर कानपुर चली गई थी। 24 5.2024 को कानपुर से छुट्टी विताने सपरिवार अपने ससुराल पहुंची ।इसके अगले दिन बक्से का ताला टूटा हुआ देखा तब शक हुआ। जब बक्से को खंगाला तो गहना गायब था ।घर के लोगों से पूछताछ में उसे पता चला कि प्रार्थिनी का भतीजा जो लगभग 14 साल का है उसे निकाल कर मात्र सात हजार रुपए में अपने पड़ोसी को बेच दिया है ।प्रार्थना पत्र में आरोपित पड़ोसियों का नाम भी दिया गया है। यह भी दर्शाया गया है कि इसके पहले भी इन दो पड़ोसियों ने प्रार्थिनी के भतीजे को बहला फुसलाकर गहना घर से चोरी कराया था जिसकी बरामदगी मनियर पुलिस द्वारा की गई थी लेकिन पुलिस द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण ये लोग बार-बार इस प्रकार के अपराध कर रहे हैं ।जब प्रार्थीनी पूछताछ करने के लिए आरोपियों के घर गई तो दोनों घर पर नहीं मिले लेकिन उनके पारिवारिक जन ने भद्दी भद्दी गालियां दी तथा हाथापाई करने पर उतारू हो गए तथा धमकी दिए कि गहना को भूल जाओ नहीं तो फर्जी तरीके से एस सी एस टी एक्ट में पूरे परिवार को फंसा देंगे ।प्रार्थनी मजबूर होकर मनियर थाने पर आई तथा अपने पति सुभाष सिंह के नाम से सूचना दिया लेकिन अभी तक पुलिस प्रशासन द्वारा न तो गहना बरामद कराया गया नहीं कोई मुकदमा पंजीकृत किया गया जिससे प्रार्थीनी आहत एवं निराशा है। प्रार्थीनी ने इस संदर्भ में आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही करने एवं गहना बरामद करने की अपील की है। इस संबन्ध में पुछे जाने पर थानाध्यक्ष मंतोष सिह ने कहा कि चोर प्रार्थिनी का भतिजा ही है आरोप दुसरे पर मढ रही है लोग स्वतंत्र है कही भी जा सकते है ।
प्रदीप कुमार तिवारी
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