टेंडर निकालने पर लगे आरोप का जांच करने पहुंचे अधिकारी
मनियर, बलिया । नगर पंचायत कि ओर से नियमो कि अनदेखी कर गलत तरीके से टेंडर निकालने का कथित आरोप लगाते हुए नगर पंचायत के पूर्व सभासद अमरेन्द्र सिंह डब्लू की जिलाधिकारी बलिया के यहां शनिवार को दी गयी शिकायत पत्र पर बुधवार की शाम नगर स्थित मुक्ति धाम पहुंची जांच टीम एसडीएम बांसडीह अभिषेक प्रियदर्शी, नायब तहसीलदार बांसडीह सुधांशु श्रीवास्तव व अधिशासी अधिकारी मनियर मनोज पाण्डेय ने एक एक बिंदुओं की पड़ताल की। तथा मौखिक बताया गया की जनरल जांच की जा रही है। इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजा दी जाएगी। बतादे कि शनिवार को पुर्व सभासद अमरेन्दर सिह ने जिलाधिकारी शिकायती पत्र देकर कई आरोप लगाये थे जिसमे अंतेष्ठी स्थल का जिक्र था कि 21 जून को निविदा कि सुचना दी गयी थी ।जिसमें 30 जून तक आमत्रित्र किया गया जिसका पहला कार्य पुर्व निर्मित अंतेष्ठी स्थल का जिर्णोद्वार है जिसकी अनुमानित लागत 33•98 लाख रूपये है जो नये अंतेष्ठी स्थल का का है जबकि इसे जिर्णोद्वार का बताकर निविदा निकाली गयी है सभासद का आरोप था कि निविदा का कार्य वोर्ड द्वारा प्रस्तावित भी नहीं है उल्लेखनीय है कि 2016-17 में करीब 58 लाख रुपए की लागत से मुक्ति धाम ( श्मशान गृह) का निर्माण कराया गया था। बनने के करीब डेढ़ वर्ष बाद ही आधा हिस्सा गिर गया था। जिसको लेकर नगरवासियों ने ठेकेदार की अनियमितता की शिकायत कर जांच कराई थी। जिसको देखते हुए नगर प्रशासन ने इसमें जाने व अंतिम संस्कार से मनाही का वान्ड लगा दिया था। जिससे नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता था। जिसको देखते हुए नगर पंचायत की तरफ से बिना टेंडर कराए बारिश से पहले निर्माण कराया जा रहा था मनियर का मुक्ति धाम ऐसे स्थान पर बना है। जिसका दीवार से सटे घाघरा नदी के छाड़न का पानी बहता है। बाढ़ का पानी आने से पूर्व नगर पंचायत की तरफ इसका पुनः निर्माण कराया जा रहा था। इस मामले में सभासद अमित कुमार सिंह संजीत ने बताया कि जनहित एवं बाढ़ का पानी कार्य में खलल न डालें इस लिए कार्य को चालू कर दिया गया था।
प्रदीप कुमार तिवारी
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