हाल्ट घोषित रेवती को स्टेशन बहाल करने की मांग
रेवती (बलिया) । छपरा-औड़िहार-वाराणसी रेल खंड के बलिया-छपरा के बीच स्थित रेवती रेलवे स्टेशन पर सारनाथ दुर्ग, बलिया सियालदह, उत्सर्ग एक्सप्रेस तथा छपरा वाराणसी इन्टरसिटी एक्सप्रेस सहित चार-चार एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव है। बावजूद इस स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का सर्वथा अभाव है।
शौचालय, पेयजल सहित साफ-सफाई जैसी बुनियादी सुविधाएं भी मयस्सर नहीं है। बीते वर्ष 2023 में रेवती को स्टेशन से हाल्ट घोषित किए जाने के बाद अप साइड का प्लेटफार्म नंबर एक समाप्त कर दिया गया है। स्टेशन साईड का प्लेटफार्म नंबर एक का जो अवशेष बचा है, उस पर खर-पतवार व लंबें घास उगे हुए है। जिससे बरसात व रात्रि में पैसेंजर, एक्सप्रेस ट्रेनों में चढ़ने-उतरने वाले लोगों को विषैले जीव-जन्तु के काटने का डर बना रहता है। प्लेटफार्म नंबर एक समाप्त किए जाने से वृद्ध, विकलांग व महिलाओं तथा मरीजों को ट्रेन में चढ़ने उतरने में काफी फजीहत झेलनी पड़ती है, आए दिन लोग चोटिल भी होते रहते हैं। बिजली की सप्लाई ठप्प होने पर यात्री अंधेरे में ट्रेन में चढ़ने उतरने के लिए बाध्य होते हैं। टीन शेड की कमी से धूप व वर्षा में खड़े रहकर यात्री ट्रेनों में सवार होते है। टिकट की बिक्री यहां ठेकेदार के माध्यम से सुरेमनपुर व सहतवार से लाकर की जाती है। ट्रेनों के आने जाने की एलाउंसमेन्ट की भी व्यवस्था सुनिश्चित नहीं हो पाई है। ट्रेनों के अप साईड का संचालन सुरेमनपुर व डाउन साईड का सहतवार स्टेशन से किया जाता है, जबकि दोनों के बीच की दूरी 21 किलोमीटर है। वहीं सुरेमनपुर व सहतवार के बीच कैबिन सहित कुल सात रेलवे क्रासिंग है।
स्टेशन बचाओं संघर्ष समिति के संयोजक ओमप्रकाश कुंवर का कहना है कि छपरा-बलिया के सुरेमनपुर व सहतवार के बाद यह तीसरा सर्वाधिक आय वाला स्टेशन है। कंप्यूटरीकृत टिकट की बिक्री सुनिश्चित हो जाए तो इस स्टेशन का राजस्व और अधिक बढ़ जाएगा। नगर पंचायत रेवती के अध्यक्ष प्रतिनिधि कनक पांडेय का कहना है कि रेवती नगर पंचायत के साथ ब्लाक मुख्यालय भी है। इस स्टेशन से गंगा व सरयू नदी के तटवर्ती इलाकों के पचास से अधिक ग्राम सभाओं की लगभग डेढ़ लाख आबादी का सीधा संबंध रेवती स्टेशन से जुड़ा हुआ है। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल रेवती के अध्यक्ष विरेन्द्र गुप्ता ने बताया कि इसे पुनः स्टेशन बहाल करने के लिए रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव, रेलवे बोर्ड के महाप्रबंधक सहित पूर्व व वर्तमान सांसद को आधा दर्जन से अधिक बार ज्ञापन प्रेषित किया जा चुका है।
पुनीत केशरी
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