06 दिसम्बर 2024 का पंचांग
*🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक - 06 दिसम्बर 2024*
*⛅दिन - शुक्रवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - हेमन्त*
*⛅मास - मार्गशीर्ष*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - पञ्चमी दोपहर 12:07 तक तत्पश्चात षष्ठी*
*⛅नक्षत्र - श्रवण शाम 05:18 तक तत्पश्चात धनिष्ठा*
*⛅योग - ध्रुव दोपहर 10:43 तक तत्पश्चात व्याघात*
*⛅राहु काल - प्रातः 11:10 से दोपहर 12:31 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:11*
*⛅सूर्यास्त - 05:49*
*⛅दिशा शूल - पश्चिम दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:22 से 06:15 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:09 से 12:52 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:05 दिसम्बर 07 से रात्रि 12:58 दिसम्बर 07 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - विवाह पञ्चमी, सुब्रहमन्य षष्ठी, स्कन्द षष्ठी, सर्वार्थ सिद्धि योग (प्रातः 07:07 से शाम 05 :18 तक)*
*⛅विशेष - पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है | (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹पढ़ने में रूचि न हो या सफलता न मिलती हो तो ....*
*जिन बच्चों का पढ़ाई की और रुझान नहीं होता अथवा कम होता है या काफी परिश्रम करके भी जिन्हें अध्ययन में पर्याप्त सफलता नहीं मिलती उनके लिए लाभदायी प्रयोग :*
*१ ग्राम कपूर और मौलसिरी (बकुल) का एक बीज पीसकर देशी गाय के २०० ग्राम घी में मिला दें । नित्य किसी भी समय ५ से १० मिनट तक संबंधित बच्चे के शयनकक्ष में इस मिश्रण से दीपक जलायें ।*
*ऋषिप्रसाद – मार्च २०२१*
*🔹बुखार दूर करने हेतु🔹*
*चरक संहिता के चित्किसा स्थान में ज्वर ( बुखार) की चित्किसा का विस्तृत वर्णन करने के बाद अंत में आचार्य श्री चरकजी ने कहा है :*
*विष्णुं सहस्रमूर्धानं चराचरपतिं विभुम ।*
*स्तुवन्नामह्स्त्रेण ज्वरान सर्वानपोहति ।*
*👉🏻 ‘हजार मस्तकवाले, चर-अचर के स्वामी, व्यापक भगवान की सहस्त्रनाम से स्तुति करने से अर्थात विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने से सब प्रकार के ज्वर छूट जाते हैं ।’*
*(पाठ रुग्ण स्वयं अथवा उसके कुटुम्बी करें )*
*ऋषिप्रसाद – जून 2021 से*
*🔹आर्थिक कष्ट निवारण हेतु*
*एक लोटे में जल, दूध, गुड़ और काले तिल मिलाकर हर शनिवार को पीपल के मूल में चढ़ाने तथा ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ।’ मंत्र जपते हुए पीपल की ७ बार परिक्रमा करने से आर्थिक कष्ट दूर होता है ।*
*🔹ऋषिप्रसाद – मई 2018 से*
डेस्क
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